अरुणाचल प्रदेश झरने , हरे भरे पहाड़ और उत्कृष्ट सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। पूरी दुनिया से सैलानी यहां की खूबसूरती देखने के लिए आते है।
Arunachal Nuranang Water Fall : अरुणाचल प्रदेश झरने , हरे भरे पहाड़ और उत्कृष्ट सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। पूरी दुनिया से सैलानी यहां की खूबसूरती देखने के लिए आते है। अरुणाचल की रोमांचक घाटियां पारंपरिक व्यंजन दुनिया भर में मशहूर है। सदियों पुरानी जनजातीय सभ्यता अरुणाचल की वो विरासत है जिसे समझाने के लिए के लिए पर्यटक बेताब रहते है।
व्यंजन
कुछ व्यंजन जिनका आपको निश्चित रूप से आनंद लेना चाहिए, वे हैं- पिका पिला, लुक्टर, वुंगवुट नगम, पासा, कोट पीथा, नगाटोक और ब्याक।
घूमने का सबसे अच्छा समय
अरुणाचल प्रदेश में घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के महीनों के दौरान है। अरुणाचल प्रदेश को इसे उगते सूरज की भूमि कहा जाता है। यहां की सुंदरता और संस्कृति से प्रभावित होकर अपने देश से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी हर साल सैलानी घूमने के लिए आया करते हैं।
तवांग मठ
तवांग मठ भारत का सबसे बड़ा बौद्ध मठ है। बता दें ये मठ एक तवांग युद्ध स्मारक के रूप में स्थापित है, जो एक 40 फीट की एक संरचना है। ये तवांग नदी की घाटी में बसे एक छोटे से कस्बे तवांग के पास स्थित है।
बम ला दर्रा
ये भारत के अरुणाचल प्रदेश और तिब्बत के लहोखा विभाग के बीच हिमालय पर्वत का एक पहाड़ी दर्रा है। बता दें यह तवांग शहर से 37 किलोमीटर दूर समुद्र तल से 15200 फिट की ऊंचाई पर बसा हुआ बहुत ही रमणीय स्थल है। यह स्थल त्रिकोणीय पहाड़ियों के बीच स्थित है।
नूरानांग फॉल्स
इसे नूरानांग वाटर फॉल और बोंग बोंग वाटर फॉल के नाम से भी जाना जाता है। ये हमारे देश के सबसे सुंदर वाटर फॉल में से एक वाटरफॉल है। बता दें यहां पर पानी 100 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरता है।
सेनगेस्टर झील
ये झील पर्यटकों की पहली पसंद वाली है, जिसे देखने के लिए बहुत दूर-दूर से सैलानी यहां आया करते हैं। कांच जैसा साफ पानी और आसमान में छाए काले बादल देखने लायक होते हैं। यहां बहुत सारी फिल्मों की शूटिंग भी हुई है।