लखीमपुर खीरी: किसान आंदोलन (peasant movement) को तकरीबन 9 महीने से ज्यादा हो गायें हैं लेकिन अब तक सरकार उनकी सुनने को तैयार नहीं हुई लेकिन बीते रविवार को लखीमपुर मे हुए हिंसा ने इस आंदोलन को रौद्र रूप (Agitate the movement) लेने पर मजबूर कर दिया। किसानों के विरोध