IND vs WI 2nd Test Day 4: भारतीय टीम ने पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज केवल तीन ही दिन में इतनी आसानी से हरा दिया था। जिसके बाद दूसरे टेस्ट में कप्तान शुभमन गिल की ओर से 518 रनों के बाद पारी घोषित कर दी। जिसे देखकर ऐसा लगा कि वह दूसरे टेस्ट मैच को भी तीन दिनों में खत्म करना चाहते थे। लेकिन, भारतीय कप्तान का यह अतिआत्मविश्वास अब टीम पर भारी पड़ता नजर आ रह है, क्योंकि वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों ने पिच पर नजरें जमा ली है और पारी की हार का खतरा भी टल गया है।
IND vs WI 2nd Test Day 4: भारतीय टीम ने पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज केवल तीन ही दिन में इतनी आसानी से हरा दिया था। जिसके बाद दूसरे टेस्ट में कप्तान शुभमन गिल की ओर से 518 रनों के बाद पारी घोषित कर दी। जिसे देखकर ऐसा लगा कि वह दूसरे टेस्ट मैच को भी तीन दिनों में खत्म करना चाहते थे। लेकिन, भारतीय कप्तान का यह अतिआत्मविश्वास अब टीम पर भारी पड़ता नजर आ रह है, क्योंकि वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों ने पिच पर नजरें जमा ली है और पारी की हार का खतरा भी टल गया है।
वेस्टइंडीज की ओर से दूसरी पारी में पलटवार करने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या भारत पहली पारी में 600+ स्कोर की तरफ जा सकता था। जिससे मेहमान टीम और ज्यादा दबाव में होती। लेकिन, भारतीय कप्तान ने जल्दबाजी दिखाते हुए पारी घोषित कर दी। तीसरे दिन भारत ने वेस्टइंडीज की टीम को 248 रनों पर समेटने के बाद मेहमान टीम को फॉलोऑन के लिए मजबूर किया था। मेजबान ने पहली पारी में 270 रनों की बढ़त हासिल कर ली की थी। लग रहा था कि वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ज्यादा समय तक क्रिज पर टिक नहीं पाएंगे। लेकिन, दो विकेट गिरने के बाद शाई होप और जॉन कैंपबेल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम की वापसी करायी।
शाई होप 103 और जॉन कैंपबेल 115 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन दोनों के बीच महत्त्वपूर्ण साझेदारी ने टीम को पारी की हार से बच लिया है। यानी भारतीय टीम को चौथी पारी में बल्लेबाजी करने के लिए उतरना पड़ेगा। उससे पहले वेस्टइंडीज के 6 विकेट (खबर लिखे जाने तक) जल्दी गिराने होंगे। अगर मेहमान टीम के खिलाफ लंबे समय तक टीके रहते हैं तो मैच ड्रॉ की तरफ भी जा सकता है।