नई दिल्ली। कश्मीरी पंडित (kashmiri pandit) संगठनों ने कहा कि घाटी में 1990 के दशक जैसी स्थिति वापस आ रही है। जम्मू-कश्मीर पीस फोरम और कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति (KPSS) के अध्यक्ष सतीश महलदार (Satish Mahaldar) ने आरोप लगाया कि प्रशासन अल्पसंख्यक समुदाय (Minority) की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए