दीपों का पर्व दिवाली पर घर को साफ सफाई और सजावट करने की परंपरा है। मान्यता है माता लक्ष्मी के आगमन पर घर का हर कोना जगमगना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिवाली के तोरण में आम के पत्तों को आॅड संख्या में ही लगाना चाहिए। ये संख्या 5, 7 या 21 हो सकती है। ये सुख-सौभाग्य का कारक माना जाता है। आप 3-3 पत्तों का गुच्छा बनाकर भी तोरण तैयार कर सकते हैं। अगर आप 07 या 11 पत्तों को सबसे शुभ माना जाता है इसलिए आप इतने पत्ते का भी तोरण लगा सकते हैं।
पान के पत्तों से तोरण
पान के पत्ते का तोरण लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। पान के पत्ते को शुभता और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। पान के पत्ते देवी – देवताओं को प्रसन्न करते हैं। इसलिए दिवाली के दिन पान के पत्ते का तोरण लगाना शुभ होता है।
अशोक के पत्तों का तोरण
अशोक के पत्ते की माला बनाकर घर के मुख्य द्वार पर टांगने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है। घर के मुख्य द्वार पर इसका बंदनवार बहुत ही शुभ माना जाता है। इसलिए दिवाली के दिन अशोक के पत्तों का तोरण जरूर बनाना चाहिए।