ग्रहण लगना खगोलीय दृष्टि के साथ ही धार्मिक रूप से भी चमत्कारी घटना है। सनातन धर्म में ग्रहण ग्रहण का विशेष महत्व है। ग्रहण लगने के दौरान कई धार्मिक नियमों का पालन करना होता है।
Grahan 2025 : ग्रहण लगना खगोलीय दृष्टि के साथ ही धार्मिक रूप से भी चमत्कारी घटना है। सनातन धर्म में ग्रहण ग्रहण का विशेष महत्व है। ग्रहण लगने के दौरान कई धार्मिक नियमों का पालन करना होता है। नए साल यानी वर्ष 2025 में 4 ग्रहण लगेंगे। इनमें दो सूर्य (solar eclipse) ग्रहण होंगे और दो चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) होगा । आइए जानते हैं कि साल 2025 में का पहला सूर्य ग्रहण कब लगेगा और सूतक काल समय क्या होगा।
सूर्य ग्रहण 29 मार्च
नए साल में पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को होगा । यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और ये भारत में देखा नहीं जा सकेगा। पहला सूर्य ग्रहण 2:20 मिनट पर शुरू होगा और 6:13 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। चूंकि ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इस दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा।
दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर
दूसरे सूर्य ग्रहण की बात करें तो ये 21 सितंबर 2025 को लगेगा। ये सूर्य ग्रहण भी आंशिक होगा और ये इसे भी भारत में नहीं देखा जा सकेगा। दूसरा सूर्य़ ग्रहण 22:59 बजे शुरू होगा और अगले दिन 22 सितंबर को सुबह 03:23 बजे तक चलेगा। इस दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा।
चंद्र ग्रहण 14 मार्च
2025 में पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च को लगने जा रहा है. साल का पहला चंद्र ग्रहण सुबह 10:41 बजे से शुरू होगा और दोपहर 2:18 बजे समाप्त होगा। ये पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा लेकिन इसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा इसलिए इस दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा।
दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर
दूसरे चंद्र ग्रहण की बात करें तो ये ग्रहण 7 सितंबर को लगेगा। ये चंद्र ग्रहण रात 9:57 बजे शुरू होकर रात 1:26 बजे तक चलेगा। चूंकि ये चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा इसलिए इस दिन दोपहर को 12.57 मिनट से सूतक काल आरंभ हो जाएगा। भारत के अलावा ये चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अमेरिका के कई हिस्सों में दिखाई देगा।