हमारे शरीर में नसें ब्लड फ्लो को बाकी अंगों तक पहुंचाने का काम करती हैं लेकिन जब ये नसें कमजोर होती है तो शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। कुछ भी अनाप शनाप अनहेल्दी खाने की वजह से नसें कमजोर हो सकती हैं।
हमारे शरीर में नसें ब्लड फ्लो को बाकी अंगों तक पहुंचाने का काम करती हैं लेकिन जब ये नसें कमजोर होती है तो शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। कुछ भी अनाप शनाप अनहेल्दी खाने की वजह से नसें कमजोर हो सकती हैं। अगर शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो तो नसें कमजोर होने लगती हैं और ये नसें शरीर के किसी भी हिस्से में कमजोर हो सकती है।
नसों को मजबूत करने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खान पान होना बेहद जरुरी है। इससे नसों की कमजोरी दूर होती है। नसों में कमजोरी होना, एक तंत्रिका तंत्र से जुड़ी गंभीर समस्या है और यह कमजोरी शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है।
कुछ लोगों में नसों की कमजोरी कुछ समय के लिए होती है जब वह डाइट व लाइफस्टाइल में सुधार करते हैं तो अपने आप सही हो जाते हैं लेकिन कुछ लोगों में यह समस्या लंबे समय तक बनी रह सकती है और इलाज न मिलने पर मरीज की स्थिति गंभीर भी हो सकती है।
नसों की कमज़ोरी में आपकी त्वचा पर मकड़ी जैसी नसें दिख सकती हैं या त्वचा के नीचे उभरी हुई महीन लाल-नीली रेखाओं के रूप में भी इसकी पहचान की जा सकती है। नसों की कमज़ोरी के कारण वैरिकोज़ वेन्स और थ्रोम्बोसिस भी बन सकते हैं। नसों में कमजोरी होने पर आपको कई तरह के लक्षण दिख सकते हैं नसें कमजोर होने पर हाथ पैरों में झुनझुनी महसूस होती है। साथ में शरीर में कंपन, पैरों में सूजन, थकान, दर्द,पेट से संबंधित दिक्कतें होना,सिर दर्द और कई लक्षण नजर आते है।
अपनी डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को शामिल करके नसों की कमजोरी को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा नसें कमजोर होने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं। दुर्घटना या चोट लगने से नसों में सूजन आना, अगर चोट गंभीर है तो नसों में कमजोरी आ जाती है।ब्लड प्रेशर से जुड़ी परेशानी, डायबिटीज़,ऑटोइम्यून डिसीज, हॉर्मोन का असंतुलन जैसी दिक्कतें।