ठंड के मौसम में गले में खराश और सूखी खांसी आदि की समस्या बेहद आम समस्या है। सर्दियों में एक गिलास दूध में छुहारे मिलाकर पीने से शरीर को कई फायदे होते हैं। एक गिलास दूध में चार से पांच छुहारों को पकाया जाता है। जब दूध आधा रह जाए तो इसे पी लें। इसमें उबले हुए छुहारे को चबा चबाकर खा लें।
ठंड के मौसम में गले में खराश और सूखी खांसी आदि की समस्या बेहद आम समस्या है। सर्दियों में एक गिलास दूध में छुहारे मिलाकर पीने से शरीर को कई फायदे होते हैं। एक गिलास दूध में चार से पांच छुहारों को पकाया जाता है। जब दूध आधा रह जाए तो इसे पी लें। इसमें उबले हुए छुहारे को चबा चबाकर खा लें।
आयुर्वेद में दूध में छुहारा पकाकर पीने के कई फायदे होते है। साथ ही सूखी खांसी से छुटकारा दिलाने में मदद करती है। छुहारे में कैल्शियम, आयरन, फाइबर और प्रोटीन समेत तमाम पोषक तत्व पाये जाते है। जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते है। दूध में छुहारे को पकाकर खाने पीने से गले में सूजन और संक्रमण कम होता है। साथ ही फेफड़ों के लिए भी फायदेमंद होता है। दूध में छुहारे को पकाकर पीने से बलगम साफ होता है।
आयुर्वेद में छुहारे और दूध को बलगम और सूखी खांसी के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है। यह शरीर की गर्मी को बढ़ाता है, जिससे फेफड़ों की क्षमता बेहतर होती है। नियमित सेवन से पुरानी खांसी भी धीरे-धीरे ठीक हो जाती है। डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को छुहारे और दूध का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें प्राकृतिक शुगर की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा, जिन लोगों को लैक्टोज इनटोलरेंस है, वे इसे न लें।