भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) आज अपने मौसम उपग्रह INSAT-3DS को लॉन्च करेगा। इस लॉन्चिंग का उद्देश्य मौसम संबंधी और प्राकृतिक आपदाओं की सटीक जानकारी पाना है। इनसैट-3डीएस उपग्रह (INSAT-3DS Satellite) के सफल लॉन्च होने के लिए इसरो प्रमुख ने आंध्र प्रदेश के सुल्लुरपेट में श्री चेंगलाम्मा मंदिर (Shri Chengalamma Temple) में पूजा-अर्चना की।
अमरावती। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) आज अपने मौसम उपग्रह INSAT-3DS को लॉन्च करेगा। इस लॉन्चिंग का उद्देश्य मौसम संबंधी और प्राकृतिक आपदाओं की सटीक जानकारी पाना है। इनसैट-3डीएस उपग्रह (INSAT-3DS Satellite) के सफल लॉन्च होने के लिए इसरो प्रमुख ने आंध्र प्रदेश के सुल्लुरपेट में श्री चेंगलाम्मा मंदिर (Shri Chengalamma Temple) में पूजा-अर्चना की।
इनसैट श्रृंखला का तीसरा उपग्रह
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ (ISRO chief Somnath) ने पूजा करने के बाद पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा, ‘आज शाम पांच बजकर 35 मिनट पर INSAT-3DS लॉन्च किया जाएगा। यह मौसम संबंधी और प्राकृतिक आपदाओं की सटीक जानकारी के लिए लॉन्च किया जा रहा है। यह उपग्रह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के लिए बनाया गया है। यह इनसैट श्रृंखला के उपग्रहों का तीसरा उपग्रह है।’
मिलेगी मौसम की सटीक जानकारी
जीएसएलवी एफ14 रॉकेट (GSLV F14 Rocket) मौसम उपग्रह इनसैट-3डीएस (Weather Satellite INSAT-3DS) को पृथ्वी की भूस्थैतिक कक्षा (Earth Geostationary Orbit) में स्थापित करेगा। इस मिशन की पूरी फंडिंग भारत सरकार के मंत्रालय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने की है। ये लॉन्चिंग अंतरिक्ष की दुनिया में भारत के बढ़ते दबदबे की दिशा में अहम कदम है। इनसैट-3डीएस सैटेलाइट (INSAT-3DS Satellite) समुद्र की सतह का बारीकी से अध्ययन करेगी, जिससे मौसम की सटीक जानकारी मिल सकेगी, साथ ही प्राकृतिक आपदाओं के बारे में भी ज्यादा बेहतर अनुमान लगाया जा सकेगा। जब प्राकृतिक आपदाओं की पहले ही सटीक जानकारी मिलेगी तो उन्हें रोकने के भी प्रभावी उपाय किए जाएंगे। भारतीय मौसम एजेंसियों के लिए ये मौसम उपग्रह बेहद अहम साबित होगा।
नॉटी बॉय से होगी लॉन्चिंग
इनसैट-3डीएस (INSAT-3DS) की लॉन्चिंग जिस रॉकेट जीएसएलवी एफ14 (Rocket GSLV F14 ) से होगी, उसे नॉटी बॉय भी कहा जाता है। दरअसल नॉटी बॉय इसलिए क्योंकि जीएसएलवी एफ14 का ये 16वां मिशन होगा और इससे पहले जीएसएलवी एफ14 (GSLV F14 )के 40 प्रतिशत मिशन असफल हुए हैं। पिछला मिशन इसका सफल रहा था, लेकिन उससे पहले वाला मिशन असफल रहा था। इसरो ने बताया कि आज लॉन्च किया जाने वाला मौसम उपग्रह इनसैट-3डीएस (INSAT-3DS) साल 2013 में लॉन्च किए गए मौसम उपग्रह इनसैट -3डी (Weather Satellite INSAT-3D) का उन्नत स्वरूप है और इससे मौसम की बेहतर जानकारी मिल सकेगी।