अपना भारत महान है महान है हर वो बंदा जो भारत में पैदा हुआ है। हमारे देश में हमारी बेटियां दुनिया में खुद का और देश का नाम रोशन करती है ऐसी बेटियों को नमन है। बतादें कि आंध्र प्रदेश के छोटे से शहर पलकोल्लू में जन्मी जान्हवी डांगेती महज अंतरिक्ष की नहीं है, सपनों और महिला सशक्तिकरण की एक जीती जगती तस्वीर है।
आंध्र प्रदेश। दोस्तों अपना भारत महान है महान है हर वो जो भारत में पैदा हुआ है। हमारे देश में हमारी बेटियां दुनिया में खुद का और देश का नाम रोशन करती है ऐसी बेटियों को नमन है। बतादें कि आंध्र प्रदेश के छोटे से शहर पलकोल्लू में जन्मी जान्हवी डांगेती महज अंतरिक्ष की नहीं है, सपनों और महिला सशक्तिकरण की एक जीती जगती तस्वीर है। आम तौर पर लड़कियां इंजीनियरिंग या मेडिकल की सीमाओं में अपने सपनों को समेट देती हैं, जान्हवी ने आकाश से भी आगे चांद को अपना लक्ष्य बनाया।
जान्हवी अपने सपने को पूरा करने के लिए हर दिन 25 किमी साइकिल चलाकर स्विमिंग पूल जाना शुरू किया। जल्द ही वो भारत की सबसे कम उम्र की एडवांस स्कूबा डाइवर बन गईं। पहली बार जान्हवी ने NASA के 10 दिवसीय छात्र कार्यक्रम में भाग लिया। ऐसा करने वाली जान्हवी पहली भारतीय महिला थी।बताते चले कि जान्हवी 2029 में टाइटन्स स्पेस के लिए पहले लो अर्थ LEO मिशन की हिस्सेदार बनेगी । बताते चले कि इस मिशन में वह पृथ्वी की दो बार परिक्रमा करेंगी। वहीं ज़ीरो ग्रैविटी में 3 घंटे तक तैरने के बाद वह एक ही दिन में दो बार सूर्योदय और दो बार सूर्यास्त होते देखेंगी है न मजेदार बात।