अधिकतर लोग पेट की समस्याओं से जूझते रहते हैं। कब्ज, अपच और पेट का भारीपन और पेट फूलने जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए लोग तमाम तरह की दवाइयां लेने लगते है। तो कई लोग सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीते है फिर शौच के लिए जाते हैं।
अधिकतर लोग पेट की समस्याओं से जूझते रहते हैं। कब्ज, अपच और पेट का भारीपन और पेट फूलने जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए लोग तमाम तरह की दवाइयां लेने लगते है। तो कई लोग सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीते है फिर शौच के लिए जाते हैं।
लोग फ्रेश होने से पहले पानी पीने से क्या होता है। हमारा पाचन तंत्र पानी पर निर्भर है। ये खाने को तोड़ने, न्यूट्रिएंट्स को अब्जॉर्ब करने और मल को नरम बनाने में मदद करता है। अगर आप शौच से पहले पानी पीते है तो ये कई तरीकों से फायदेमंद हो सकता है।
अगर शरीर में पानी की कमी है तो आंते मल से अधिक पानी सोख लेती हैं, जिससे मल सख्त हो जाता है और शौच करने में परेशानी होती है। सुबह पानी पीने से आंते हाइड्रेट होती है। जिससे मल नरम होता है और आसानी से बाहर निकल जाता है।
गर्म पानी पीने से आंतों में हलचल तेज होती है। ये पाचव तंत्र को इंडिकेट करता है कि उसे काम शुरु करना है। ये खासतौर पर उन लोगो के लिए फायदेमंद है जो कब्ज या इरेगुलर शौच की समस्या से जूझ रहे हैं।
रात भर शरीर में टॉक्सिन जमा हो जाते हैं, जिन्हें बाहर निकालने के लिए पानी बहुत जरूरी है। सुबह उठकर पानी पीने से शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है, जिससे आप हल्का और तरोताजा महसूस करते हैं। पानी पीने से शरीर की मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ जाती है। ये डाइजेशन में सुधार करता है और वजन घटाने में भी मदद कर सकता है।
अगर आपको अक्सर पेट फूलने या एसिडिटी की समस्या रहती है, तो शौच से पहले पानी पीना फायदेमंद हो सकता है। ये पेट में एसिड को कंट्रोल में रखता है और डाइजेशन को बेहतर होता है।
पेट की समस्याओं से बचने के लिए शौच जाने से पहले गुनगुना या हल्का गर्म पानी जरुर पीएं। यह आंतों को ज्यादा अच्छी तरह एक्टिव करता है और डाइजेशन में मदद करता है। एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू या शहद मिला कर पीने से डिटॉक्सिफिकेशन तेज होता है।
जरूरत से ज्यादा पानी पीने से पेट भारी लग सकता है। एक या दो गिलास पानी पर्याप्त होता है। अगर इसे रोजाना की आदत बना ली जाए तो ये आपकी डाइजेशन के काम को रेगुलर कर सकता है।