हिंदू धर्म में माघी पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान-दान करने का प्राचीन विधान है।
माघ पूर्णिमा 2025 डेट और स्नान-दान मुहूर्त
माघ पूर्णिमा 12 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी। माघ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 11 फरवरी को शाम 6 बजकर 55 मिनट पर होगा। पूर्णिमा तिथि समाप्त 12 फरवरी 2025 को शाम 7 बजकर 22 मिनट पर होगा। माघ पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 19 मिनट से सुबह 6 बजकर 10 मिनट तक रहेगा।
सूर्यदेव का कुंभ राशि में गोचर
माघ पूर्णिमा के दिन देवगुरु बृहस्पति तो वृषभ राशि में विराजमान रहेंगे वहीं सूर्यदेव कुंभ राशि में गोचर कर जाएंगे। महाशिवरात्रि के दिन भी सूर्य ग्रह कुंभ राशि में विराजित रहेंगे तो इस दिन का स्नान भी अमृत स्नान नहीं माना जाएगा। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान के साथ ही महाकुंभ का समापन भी होगा।
माघी पूर्णिमा के दिन श्रीहरि के पूजन
ज्योतिष उपायों के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन अगर आप चंद्रमा को अर्घ्य दे रहे हैं, तो चांदी या तांबे के लोटे में दूध, सफेद फूल, अक्षत, दही, सफेद चंदन मिलाकर अर्घ्य दें। इससे चंद्र दोष (चंद्र दोष उपाय) से छुटकारा मिल सकता है और सुख-शांति की भी प्राप्ति हो सकती है। माघी पूर्णिमा के दिन श्रीहरि के पूजन, पितृ श्राद्ध, निर्धन को दान देने से सुख-सौभाग्य, धन और मोक्ष की प्राप्ति होती है।