हिंदू पंचांग के अनुसार,माघ महीने में आने वाली अमावस्या को अधिक महत्वपूर्ण माना गया है। इसे मौनी अमावस्या कहते हैं। इस तिथि को पितरों की शांति के लिए सबसे अहम माना जाता है।
मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन प्रयागराज में महाकुंभ का अमृत स्नान भी होगा। मौनी अमावस्या के साथ महाकुम्भ का अद्भुत संयोग बहुत फलदायी माना जाता है।
धार्मिक मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर जो दान, पितृ पूजन आदि करता है उसे जीवनभर कभी कष्ट नहीं झेलने पड़ते, पूर्वजों के आशीर्वाद से उसका घर फलता फूलता है।
मौनी अमावस्या 2025 मुहूर्त (Mauni Amavasya 2025 Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 5.25 – सुबह 6.18
लाभ (उन्नति) – सुबह 7.11 – सुबह 8.32
अमृत (सर्वोत्तम) – सुबह 8.32 – सुबह 9.53
जिन लोगों को भी मानसिक समस्या है या भय और वहम की समस्या है, उनके लिए मौनी अमावस्या का स्नान महत्वपूर्ण माना गया है।