राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ (RSS) ने विजयदशमी (Vijayadashami) के अवसर पर गुरुवार को 100 साल पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर नागपुर संगठन के मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने देश की मौजूदा आर्थिक व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ (RSS) ने विजयदशमी (Vijayadashami) के अवसर पर गुरुवार को 100 साल पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर नागपुर संगठन के मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने देश की मौजूदा आर्थिक व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मौजूदा आर्थिक सिस्टम (Economic System) में कुछ कमियों का जिक्र करते हुए कहा कि इस वजह से देश में अमीरी और गरीबी के बीच खाई लगातार बढ़ती जा रही है।
RSS प्रमुख ने अपने भाषण के दौरान कहा कि देश की मौजूदा आर्थिक सिस्टम (Economic System) में कुछ कमियों की वजह से इस सिस्टम पर कुछ चंद लोगों ने कब्जा कर रखा है, जिसकी वजह से देश में गरीब और गरीब होता जा रहा है। अमीर और अमीर होता जा रहा है। RSS प्रमुख ने कहा कि ये कमियां देश में शोषण का एक नया तंत्र खड़ा कर रही है।
शताब्दी वर्ष श्री विजयादशमी उत्सव युगाब्द 5127 . #RSS100Years https://t.co/rflNunLSa5
— RSS (@RSSorg) October 2, 2025
RSS प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने कार्यक्रम में देश की आर्थिक सिस्टम (Economic System) समेत कई हालिया मुद्दों पर अपनी बात रखी, जिसमें पहलगाम हमला, देश की राजनीतिक व्यवस्था, और वैश्विक स्थिति शामिल है। इस कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई बड़े नेता शामिल हुए।
RSS प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने पहलगाम हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने धर्म पूछकर 26 लोगों की हत्या कर दी थी, लेकिन हमारी सेना के कौशल और सरकार के नेतृत्व ने इस हमले का जवाब देकर राष्ट्र के मजबूत होने का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद पता चला कि हमारे मित्र कौन हैं और वे हमारा कितना समर्थन करते हैं? भागवत ने कहा कि हालांकि हम सबके प्रति मित्र का भाव रखते हैं, फिर भी हमें अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए।
RSS ने अपने 100 साल पूरे करने के इस खास अवसर पर नागपुर के संगठन मुख्यालय रेशमबाग मैदान में एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम के दौरान 20 हजार से ज्यादा स्वयंसेवकों ने भाग लिया। संघ की स्थापना 1925 में विजयदशमी के दिन डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। देशभर में 83 हजार से ज्यादा शाखाओं में विजयदशमी के अवसर पर एक खास आयोजन किया जा रहा है।