नेपाल में बाढ़-भूस्खलन से हिमालयी राष्ट्र में तबाही मच गई। पूर्वी और मध्य नेपाल का बड़ा हिस्सा जलमग्न है। खबरों के अनुसार, नेपाल में बारिश से उत्पन्न बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या मंगलवार को 217 को पार कर गई, जबकि 143 लोग घायल हुए हैं।
Nepal Floods : नेपाल में बाढ़-भूस्खलन से हिमालयी राष्ट्र में तबाही मच गई। पूर्वी और मध्य नेपाल का बड़ा हिस्सा जलमग्न है। खबरों के अनुसार, नेपाल में बारिश से उत्पन्न बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या मंगलवार को 217 को पार कर गई, जबकि 143 लोग घायल हुए हैं। वहीं लापता लोगों की संख्या 28 है। हज़ारों लोग विस्थापित हो गए। गुरुवार को शुरू हुई यह आपदा रविवार तक कई प्रांतों में व्यापक विनाश का कारण बनी रही। हालांकि, रविवार से काठमांडू में मौसम में सुधार हुआ है, जिससे आपदा प्रभावित लोगों को कुछ राहत मिली है।
खोज, बचाव और राहत वितरण के लिए नेपाल सेना, सशस्त्र पुलिस बल और नेपाल पुलिस सहित 20,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
ज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण एशिया भर में वर्षा की मात्रा और समय में बदलाव हो रहा है और बाढ़ के प्रभाव में वृद्धि का एक प्रमुख कारण पर्यावरण की स्थिति में बदलाव है जिसमें विशेष रूप से बाढ़ के मैदानों में गैर नियोजित निर्माण बड़ी वजह है। इसके चलते पानी के ठहराव और निकासी के लिए पर्याप्त जगह नहीं बचती।