वक्फ संशोधन बिल 2024 (Waqf Amendment Bill 2024) का कई मंचों पर विरोध के बावजूद एनडीए (NDA) में शामिल जेडीयू (JDU) ने आखिरकार ससंद के दोनों सदनों में समर्थन कर दिया। इस फैसले के बाद जेडीयू (JDU) के नेताओं ने बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं।
पटना। वक्फ संशोधन बिल 2024 (Waqf Amendment Bill 2024) का कई मंचों पर विरोध के बावजूद एनडीए (NDA) में शामिल जेडीयू (JDU) ने आखिरकार ससंद के दोनों सदनों में समर्थन कर दिया। इस फैसले के बाद जेडीयू (JDU) के नेताओं ने बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। जेडीयू (JDU) के सीनियर नेता डॉ. मोहम्मद कासिम अंसारी (Dr. Mohammad Qasim Ansari) ने लोकसभा में वक्फ बिल का समर्थन करने पर पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
जेडीयू के वरिष्ठ नेता डॉ मोहम्मद कासिम अंसारी (Senior JDU leader Dr. Mohammad Qasim Ansari) ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को अपना त्याग पत्र भेज दिया है। उन्होंने अपने त्याग पत्र में लिखा,कि ‘उन्हें और लाखों करोड़ों भारतीय मुसलमानों को विश्वास था कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) विशुद्ध रूप से सेक्युलर विचारधारा के ध्वजवाहक हैं, लेकिन अब यह विश्वास टूट गया है।
कासिम अंसारी (Qasim Ansari)ने वक्फ संशोधन बिल 2024 (Waqf Amendment Bill 2024) को लेकर जेडीयू (JDU) के स्टैंड की आलोचना की है। कहा कि इससे उन्हें और लाखों करोड़ों समर्पित भारतीय मुसलमानों एवं कार्यकर्ताओं को गहरा आघात लगा है। उन्होंने यह भी कहा है कि लोकसभा में ललन सिंह ने जिस तेवर और अंदाज से अपना वक्तव्य दिया और इस बिल का समर्थन किया, उससे वे काफी मर्माहत हुए हैं।
जनता दल-यूनाइटेड (JDU) के सांसद एवं पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (Panchayati Raj Minister Rajiv Ranjan Singh alias Lalan Singh) ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को उनकी पार्टी के पूर्ण समर्थन की घोषणा करते हुए लोकसभा में बुधवार को कहा कि विपक्षी दल इस विधेयक को लेकर एक अलग तरह का विमर्श गढ़ने की और देश का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 (Waqf Amendment Bill 2024) लोकसभा में पारित हो गया। विधेयक को 288 के मुकाबले 232 मतों से सदन की मंजूरी मिल गई। इस महत्वपूर्ण विधेयक को पारित कराने के लिए सदन की बैठक रात लगभग दो बजे तक चली। इसके अलावा, मुसलमान वक्फ अधिनियम, 1923 का निरसन करने वाला मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2024 भी सदन में ध्वनि मत से पारित हो गया।