सावन माह में शिव पूजा के लिए ,अनुष्ठान, आरती, दीपक का दैनिक प्रयोग बढ़ जाता है। धार्मिक कार्यों में तांबे-पीतल के बर्तनों का प्रयोग किया जाता है। पूजा-पाठ में तांबा और पीतल के बर्तन का उपयोग शुभ माना जाता है।
Sawan Copper-Brass Utensils : सावन माह में शिव पूजा के लिए ,अनुष्ठान, आरती, दीपक का दैनिक प्रयोग बढ़ जाता है। धार्मिक कार्यों में तांबे-पीतल के बर्तनों का प्रयोग किया जाता है। पूजा-पाठ में तांबा और पीतल के बर्तन का उपयोग शुभ माना जाता है। ये धातुएँ पवित्र मानी जाती हैं और धार्मिक कार्यों में इनका उपयोग करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं। ये बर्तन टिकाऊ होते है और साफ करने पर चमचमाने लगते है।भारतीय घरों और मंदिरों में इनका उपयोग सदियों से किया जा रहा है।
ज्योतिष उपाय में बताया गया है कि तांबे के लोटे से सूर्य को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है और इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी तांबा स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसी प्रकार पीतल के बर्तनों का उपयोग करने से बृहस्पति ग्रह का शुभ प्रभाव प्राप्त होता है, जिससे बिगड़े काम बनते हैं। ऐसा माना जाता है कि तांबा जल को शुद्ध करता है और आध्यात्मिक स्पंदन को बढ़ाता है।
रोजाना उपयोग करने से ये बर्तन अक्सर ये गंदे हो जाते हैं या फिर काले पड़ जाते हैं। ऐसे में यहां हम आपको इन्हें साफ करने के बेहद आसान तरीके बताने जा रहे हैं। आइए जानें इसके बारे में।
तांबे या पीतल के बर्तनों को ऐसे करें साफ
एक बड़ा बर्तन लें। इसमें एक चम्मच साइट्रिक एसिड यानी टाटरी ले लें। इसके साथ एक चम्मच नमक लें। फिर इसमें पानी डाल लें। इसे अच्छी तरीके से घोलने के बाद इसमें गंदे बर्तनों को डाल दें। जिन बर्तनों को साफ करना है उसमें भी ये पानी भर दें। थोड़ी ही देर में इसका कालापन छूटने लगेगा। देखते ही देखते बर्तन साफ होने लगेंगे। ज्यादा गंदी वाली जगह पर कोई कपड़ा लेकर हल्का रगड़ दें। कम समय और कम मेहनत में ये चमचमाने लगेंगे। अंदर से भी ये बिल्कुल साफ हो जाएंगे।