आज हम आपको अवगत कराने जा रहे हैं गांधी के उस बेटे आजाद से जो प्रथम बार में अपने विधानसभा से निर्वाचित हो कर के विधायक बने हैं। विधायकों के जीवन परिचय की श्रेणी में हम बात करने जा रहे हैं निर्वाचन क्षेत्र - 351, लालगंज जिला - आजमगढ़ से बसपा विधायक श्री आज़ाद अरि मर्दन के बारे में।
Aajad Mardan Jeevan Parichay: आज हम आपको अवगत कराने जा रहे हैं गांधी(GANDHI) के उस बेटे आजाद से जो प्रथम बार में अपने विधानसभा से निर्वाचित हो कर के विधायक(MLA) बने हैं। विधायकों के जीवन परिचय की श्रेणी में हम बात करने जा रहे हैं निर्वाचन क्षेत्र – 351, लालगंज जिला – आजमगढ़ से बसपा विधायक श्री आज़ाद अरि मर्दन के बारे में। श्री आजाद का जन्म 1 जुलाई 1972 में स्वर्गीय गांधी आजाद(AAZAD) के घर हुआ। श्री आजाद हिन्दू धर्म के अनुसूचित जाति (चमार) से आते हैं। इन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अपने क्षेत्र के ही आस पास के विद्यालयों से प्राप्त की। फिर स्नातक करने के बाद इन्होंने वकालत की पढ़ाई की। 2017 के आम विधानसभा चुनाव में इन्होंने लालगंज जिला आजमगढ़(AAZAMGARH) से बहुजन समाज पार्टी की टीकट पर चुनाव लड़ा। और सत्रहवीं विधान सभा के सदस्य प्रथम बार निर्वाचित किये गये।
पिता का नाम- स्व0 गांधी आजाद
जन्म तिथि- 01 जुलाई, 1972
जन्म स्थान- आजमगढ़
धर्म- हिन्दू
जाति- अनुसूचित जाति (चमार)
शिक्षा- स्नातक, एल0एल0बी0
विवाह तिथि- जून, 2001
पत्नी का नाम- संगीता रामलखन भाष्कर
सन्तान- एक पुत्र, दो पुत्रियाँ
व्यवसाय- कृषि, वकालत
मुख्यावास- ग्राम व पोस्ट- पवनीकला, तहसील-मेहनगर, जिला-आजमगढ़।
राजनीतिक इतिहास
अपने विधानसभा क्षेत्र से प्रथम बार निर्वाचित श्री आजाद अरि मर्दन का खुद का तो कोई खास इतिहास(HISTORY) नहीं है। वो बसपा के वरिष्ठ नेता तो हैं पर जीत इनके हांथ पहली बार लगी है। क्योंकि ये प्रथम बार जीत कर के विधानसभा पहुंचे हैं। लेकिन इनके पिता दलित राजनीति और बहुजन समाज पार्टी के पूराने कमांडर रहे हैं। दलित नेता(DALIT NETA) और विचारक कांशीराम के प्रमुख साथियों में से एक आजाद के पिता गांधी आजाद रहे हैं। आपको बता दें कि गांधी आजाद बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक, बहुजन समाज को आवाज व मजबूती देने वाले मान्यवर कांशीराम(KANSHIRAM) के साथ जुड़े थे। गांधी आजाद, पंजाब में संतोष सिंह, करीमपुरी, मध्यप्रदेश. में फूल सिंह बरैया, आर्या सब जुड़े थे। तिनका-तिनका जुड़कर बहुजन समाज पार्टी का मिशन उस वक्त तैयार हुआ था।