देश के लिए Axiom-4 Mission एक गर्व की बात है, क्योंकि लंबे समय बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाएगा। अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 25 जून को एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन रवाना होंगे। बताते चले कि 6 बार तकनीकी खामियों के वजह से बार—बार रुकने के बाद अब जाके लॉन्चिंग डेट तय हो पाई है। इस मिशन में स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट और ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट इस्तेमाल किया जायेगा।
देश के लिए Axiom-4 Mission एक गर्व की बात है, क्योंकि लंबे समय बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाएगा। अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 25 जून को एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन रवाना होंगे। बताते चले कि 6 बार तकनीकी खामियों के वजह से बार—बार रुकने के बाद अब जाके लॉन्चिंग डेट तय हो पाई है। इस मिशन में स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट और ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट इस्तेमाल किया जायेगा। लगभग 14 दिन तक अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर रुक कर वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे। आप को बताते चले कि भारत के अंतरिक्ष मिशन में एक बड़ा दिन आने वाला है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला जल्द ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की ओर रवाना होंगे। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने जानकारी दी है कि एक्सिओम-4 मिशन अब 25 जून को लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन में भारत के साथ हंगरी और पोलैंड भी शामिल हैं।
बताते चले कि एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से शुरू होगी। नासा ने बताया कि यह मिशन 25 जून को भारतीय समयानुसार सुबह 12:01 बजे स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया जाएगा। बतादें कि पहले भी 6 बार इस मिशन की लॉन्चिंग टाली जा चुकी है। पहले यह मिशन 29 मई को लॉन्च करना था पर तकनीकी समस्या के वजह से इसे टाल दिया जाता था। मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला पायलट की पोस्ट देखेंगे। उनके साथ इस मिशन में हंगरी के तिबोर कापु और पोलैंड के स्लावोस उज्नांस्की-विस्नेव्स्की मिशन स्पेशलिस्ट के रूप में हिस्सा लेंगे। वहीं पूरी टीम का लीड करेंगी महिला अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन। बताते चले कि पैगी व्हिटसन नासा की सबसे experienced अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं।
बताते चले कि एक्सिओम-4 मिशन 29 मई के 8, 10 और 11 जून को लॉन्च करने की तैयारी थी लेकिन स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट में ईंधन रिसाव और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के रूसी हिस्से में लीकेज की वजह से मिशन को स्थगित करना पड़ा गया था। इसके बाद इसे 19 जून और फिर 22 जून को लॉन्च करने की योजना बनाई गई पर नासा ने आईएसएस में सुधार कार्य के बाद सिस्टम की जांच करने के लिए मिशन को आगे बढ़ा दिया। एक्सिओम-4 मिशन की एक और खास बात यह है कि यह पूरी तरह से कमर्शियल मिशन है। इसमें यात्री स्पेसएक्स के नए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में सवार होंगे और फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। मिशन का कुल सफर करीब 14 दिन का होगा, जिसमें सभी अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर विभिन्न प्रयोग और गतिविधियां करेंगे। नासा ने बताया कि लॉन्चिंग के लगभग 16 घंटे बाद यानी भारतीय समयानुसार 26 जून शाम 4:30 बजे ड्रैगन कैप्सूल आईएसएस से डॉक करेगा।
बताते चले कि इस मिशन को लेकर भारत में उत्साह का माहौल है। शुभांशु शुक्ला के इस उड़ान के साथ भारत एक बार फिर अंतरिक्ष में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है। 40 साल पहले राकेश शर्मा भारतीय अंतरिक्ष यात्री के तौर पर दुनिया में नाम कमा चुके हैं। वहीं, हंगरी और पोलैंड के लिए यह 40 साल बाद पहला मानव अंतरिक्ष मिशन होगा। भारत देश के लिए यह मिशन एक शानदार उपलब्धि होगी। देश के लिए गर्व की बात।