उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में गंगा नदी पर बना 150 साल पुराने पुल का एक हिस्सा मंगलवार को सुबह भरभरा कर गिर गया। हालंकि चार साल पहले ही पुल को कानपुर प्रशासन ने बंद करा दिया था। जिला प्रशासन द्वारा पुल दीवारें तक भी बना दी गई थीं, ताकि कोई पुल और पुल के आसपास भी जा सके।
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में गंगा नदी पर बना 150 साल पुराने पुल का एक हिस्सा मंगलवार को सुबह भरभरा कर गिर गया। हालंकि चार साल पहले ही पुल को कानपुर प्रशासन ने बंद करा दिया था।
जिला प्रशासन द्वारा पुल दीवारें तक भी बना दी गई थीं, ताकि कोई पुल और पुल के आसपास भी जा सके। पुल क्षेत्र पर प्रवेश वर्जित कर दिया गया था। मंगलवार सुबह पुल का एक हिस्सा अचानक गंगा में गिर गया। वर्षों पहले इसी पुल से लोग कानपुर से उन्नाव आते-जाते थे।
#उन्नाव में गंगा नदी पर अंग्रेजों के जमाने का ऐतिहासिक डबल स्टोरी पुल का एक हिस्स ढह गया।
पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए तीन साल पहले ही इस पर आवागमन बंद कर दिया गया था।
करीब 150 साल पहले अंग्रेजों द्वारा निर्मित यह पुल कानपुर और उन्नाव को जोड़ने के लिए बनाया गया था।… pic.twitter.com/RTcllvGqb5
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— Vinay Saxena (@vinaysaxenaj) November 26, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह पुल को अंग्रेजों के समय में 1874 में अवध एंड रूहेलखंड लिमिटेड कंपनी ने बनवाया गया था। रेजीडेंट इंजीनियर एसबी न्यूटन और असिस्टेंट इंजीनियर ई. वेडगार्ड की देखरेख में 800 मीटर लंबा यह पुल तैयार हुआ था। पुल की आयु 100 वर्ष बताई गई थी, लेकिन यह 150 साल तक खड़ा रहा। इसके बाद पुल की संरचना में गिरावट आनी शुरू हो गई थी।
अंग्रेजों ने 1874 में गंगा नदी के ऊपर डबल स्टोरी पुल का निर्माण करवाया था। कानपुर और उन्नाव को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर इस पुल का निर्माण करवाया गया था। इसे लगभग 150 साल पहले ब्रिटिश शासन के दौरान अवध एंड रूहेलखंड लिमिटेड कंपनी द्वारा बनवाया गया था। पुल के गिरने से न केवल ऐतिहासिक धरोहर का नुकसान हुआ, बल्कि स्थानीय लोगों के बीच चिंता का माहौल भी बन गया है।