आज कल मोस्टली लोग नाखून को सिर्फ खूबसूरती का हिस्सा मानते हैं। लेकिन आप जानते हैं ? नाखून सिर्फ सुंदरता का प्रतीक नहीं है बल्कि हमारे सेहत का आइना है।नाखून में हो रहे बदलाव को देखकर आप अपनी हैल्थ के बारे में पता लगा सकते हैं। आज हम अपने इस आर्टिकल में जानें नाखून में होने वाले ऐसे बदलावों के बारे में जो सेहत की परेशानियों का इशारा करते हैं।
आज कल मोस्टली लोग नाखून को सिर्फ खूबसूरती का हिस्सा मानते हैं। लेकिन आप जानते हैं ? नाखून सिर्फ सुंदरता का प्रतीक नहीं है बल्कि हमारे सेहत का आइना है।नाखून में हो रहे बदलाव को देखकर आप अपनी हैल्थ के बारे में पता लगा सकते हैं। आज हम अपने इस आर्टिकल में जानें नाखून में होने वाले ऐसे बदलावों के बारे में जो सेहत की परेशानियों का इशारा करते हैं।
सफेद धब्बे या निशान
मोस्टली लोग जानते हैं की अगर नाखून पर सफ़ेद धब्बे हैं तो कैल्शियम की कमी का संकेत हैं, लेकिन ये ज़रूरी नहीं है ये धब्बे अक्सर नाखून के बेस पर हल्की चोट लगने के कारण भी हो सकते हैं, जैसे नेल पॉलिश रिमूवर के ज्यादा इस्तेमाल या नाखून काटते समय हुई मामूली तकलीफ। वहीं कभी कभी ये ज़िंक या प्रोटीन की कमी के संकेत देते हैं।
पीले नाखून
नाखूनों का पीला पड़ना आमतौर पर फंगल इन्फेक्शन का एक सामान्य लक्षण है। वहीं अगर स्थिति ठीक नही है तो यह और गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है। पीले, मोटे और धीमी गति से बढ़ने वाले नाखून ‘येलो नेल सिंड्रोम’ का लक्षण हैं, जो अक्सर रेस्पिरेटरी डिजीज के कारण होता है।
नाखूनों का चम्मच के आकार जैसा बदलना
जब नाखून ऊपर की ओर उठने लगते हैं और उनका आकार चम्मच जैसा हो जाता है, तो इसे कोइलोनिशिया कहते हैं। इस स्थिति में नाखून नरम हो जाते हैं और उनके किनारे ऊपर की ओर मुड़ने लगते हैं, जिससे वे ‘चम्मच’ जैसा आकार बना लेते हैं।
नीले या नीलापन लिए हुए नाखून
स्वस्थ नाखूनों का रंग गुलाबी होता है क्योंकि उनके नीचे ब्ल्ड वेसल्स का नेटवर्क होता है। अगर नाखूनों का रंग नीला या बैंगनी हो जाए, तो यह इस बात का संकेत है कि शरीर के टिशूज को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है।