Virat Kohli reached Vrindavan: टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के एक दिन बाद भारतीय क्रिकेट टीम स्टार विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ उत्तर प्रदेश के वृंदावन पहुंचे। जहां दंपति ने वृंदावन धाम में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया। अनुष्का और विराट को प्रेमानंद महाराज का अनुयायी माना जाता है। दोनों अक्सर प्रेमानंद महाराज के दरबार में पहुंचते रहते हैं और दोनों कई बार संत से अपने मन की जिज्ञासाओं को रखा है। साथ ही उनसे मार्गदर्शन पाया है।
Virat Kohli reached Vrindavan: टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के एक दिन बाद भारतीय क्रिकेट टीम स्टार विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ उत्तर प्रदेश के वृंदावन पहुंचे। जहां दंपति ने वृंदावन धाम में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया। अनुष्का और विराट को प्रेमानंद महाराज का अनुयायी माना जाता है। दोनों अक्सर प्रेमानंद महाराज के दरबार में पहुंचते रहते हैं और दोनों कई बार संत से अपने मन की जिज्ञासाओं को रखा है। साथ ही उनसे मार्गदर्शन पाया है।
दरअसल, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर अपने 14 साल के शानदार करियर पर फुलस्टॉप लगा दिया। इससे पहले शनिवार को खबर आई थी कि विराट ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के अपने फैसले के बारे में बीसीसीआई को सूचित कर दिया है। वह अभी भी उन दिग्गजों की तरह उम्रदराज नहीं हैं जिन्होंने उनसे पहले खेलना जारी रखा है और अभी तक 10,000 रन का आंकड़ा भी नहीं छू पाए हैं। फिर भी, कोहली को लगा कि इस प्रारूप से दूर जाने का यह सही समय है, उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 46.8 की औसत से 9230 रन बनाए हैं और सचिन तेंदुलकर (15,921), राहुल द्रविड़ (13265) और सुनील गावस्कर (10122) के बाद टेस्ट में भारत के चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने हैं।
Virat Kohli & Anushka Sharma से पूज्य महाराज जी की क्या वार्तालाप हुई ? Bhajan Marg pic.twitter.com/7IWWjIfJHB
— Bhajan Marg (@RadhaKeliKunj) May 13, 2025
कोहली ने सोमवार को सोशल मीडिया पर लिखा, “टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू जर्सी पहने हुए 14 साल हो गए हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह प्रारूप मुझे किस सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया और मुझे सबक सिखाया जिसे मैं जीवन भर साथ रखूंगा। सफेद जर्सी में खेलना बहुत ही निजी अनुभव है। शांत माहौल, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता लेकिन जो हमेशा आपके साथ रहते हैं।”