Dispute between owners of Punjab Kings: पंजाब किंग्स की टीम के लिए आईपीएल 2025 में प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। टीम 12 में से 8 मैच जीतकर प्लेऑफ में जगह बना चुकी है और अब उसकी नजर क्वालिफायर में पहुंचने की है। इस बीच पंजाब किंग्स की ओनर कंपनी केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड के मालिकों के बीच घमासान छिड़ा हुआ है। जिसको लेकर टीम की सह-मालकिन प्रीति जिंटा अपने ही बिजनेस पार्टनर मोहित बर्मन और नेस वाडिया के खिलाफ चंडीगढ़ की कोर्ट पहुंच गई हैं।
Dispute between owners of Punjab Kings: पंजाब किंग्स की टीम के लिए आईपीएल 2025 में प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। टीम 12 में से 8 मैच जीतकर प्लेऑफ में जगह बना चुकी है और अब उसकी नजर क्वालिफायर में पहुंचने की है। इस बीच पंजाब किंग्स की ओनर कंपनी केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड के मालिकों के बीच घमासान छिड़ा हुआ है। जिसको लेकर टीम की सह-मालकिन प्रीति जिंटा अपने ही बिजनेस पार्टनर मोहित बर्मन और नेस वाडिया के खिलाफ चंडीगढ़ की कोर्ट पहुंच गई हैं।
दरअसल, प्रीति जिंटा, मोहित बर्मन और नेस वाडिया तीनों ही केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड (पंजाब किंग्स के स्वामित्व वाली कंपनी) के डायरेक्टर हैं। प्रीति जिंटा ने 21 अप्रैल को हुई कंपनी की की एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग की वैधता, उसकी प्रक्रिया और कंपनी का नया डायरेक्टर चुने जाने को कोर्ट में चुनौती दी है। उन्होंने कोर्ट से मीटिंग को अवैध ठहराने और मुनीश खन्ना को डायरेक्टर के तौर पर काम करने से रोके जाने की अपील की है। साथ ही प्रीति ने मीटिंग में लिए गए फैसलों के क्रियान्वयन पर भी रोक लगाने की मांग की है। प्रीति का दावा है कि यह मीटिंग कंपनीज ऐक्ट 2013 और दूसरे कानूनी प्रावधानों को धता बताते हुए बिना उचित प्रक्रिया के हुई।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रीति जिंटा ने 10 अप्रैल को ईमेल भेजकर कथित तौर पर होने वाली मीटिंग को लेकर आपत्ति जताई थी, लेकिन उनकी चिंताओं को दरकिनार कर दिया गया। हालांकि, प्रीति जिंटा ने कंपनी के एक और डायरेक्टर करन पॉल के साथ मीटिंग में हिस्सा लिया। प्रीति जिंटा और करन पॉल ने ही मीटिंग के दौरान मुनीश खन्ना को डायरेक्टर बनाए जाने का विरोध किया। विरोध के बावजूद मोहित बर्मन ने नेस वाडिया के समर्थन की बदौलत खन्ना की नियुक्ति पर आगे बढ़े।