अडाणी ग्रुप ने फिर एक बार फिर अपनी ताकत दिखा दी है। शानदार मुनाफा और तेजी से विकास के साथ अडाणी ग्रुप देश और दुनिया में अपनी छाप छोड़ रहा है।
रिकॉर्ड मुनाफा, अब तक की सबसे ऊंची EBITDA कमाई और बेहतरीन रिटर्न ऑन एसेट (ROA) जैसे आंकड़े इस साल को खास बनाते हैं। इस साल अडाणी पोर्टफोलियो ( Adani Portfolio ) का EBITDA ₹89,806 करोड़ तक पहुंच गया, जो कि अब तक का सबसे अधिक है। साथ ही ₹1.26 लाख करोड़ का पूंजी निवेश और 16.5% का ROA इसे वैश्विक स्तर पर भी अव्वल बनाता है। वित्तवर्ष में आने वाले नतीजे ग्रुप की दूरदर्शिता, दमदार योजना और शानदार प्रबंधन का प्रमाण है।
अडानी पोर्टफोलियो द्वारा 126,000 करोड़ रुपये (14.7 बिलियन डॉलर) का रिकॉर्ड पूंजीगत व्यय दर्ज किए जाने के कारण सकल परिसंपत्तियां (Gross Assets) छह वर्ष (वित्त वर्ष 19-वित्त वर्ष 25) में 25 प्रतिशत से अधिक की सीएजीआर (CAGR) से बढ़कर 609,133 लाख करोड़ रुपये हो गईं।
अडाणी ग्रुप का 82% EBITDA मुख्य इन्फ्रास्ट्रक्चर बिजनेस से आया है, जिसमें अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस (Adani Energy Solutions), अडाणी टोटल गैस, और अडाणी पोर्ट्स (Adani Ports) जैसे व्यवसाय शामिल हैं। ट्रांसपोर्ट सेक्टर का EBITDA 19% बढ़कर ₹20,471 करोड़ और अडाणी एंटरप्राइजेज की इन्फ्रास्ट्रक्चर यूनिट (Adani Enterprises Infrastructure Unit) का EBITDA 70% की वृद्धि के साथ ₹10,085 करोड़ रहा। FY25 में कंपनी ने ₹1.26 लाख करोड़ (Capex) की, जो ग्रुप के इतिहास में सबसे ज्यादा है।
ग्रुप की बैलेंस शीट भी लगातार मजबूत हुई है। नेट डेट-टू-EBITDA अनुपात FY19 में 3.8x से घटकर FY25 में 2.6x रह गया है। अडाणी ग्रुप के पास ₹53,843 करोड़ की नकदी है, जो कुल कर्ज का 18.5% है। FY25 में ग्रुप औसत ऋण लागत 7.9% रही, जो FY24 में 9% और FY19 में 10.3% थी। इसका कारण यह है कि अब ग्रुप की 90% कमाई AA या उससे ऊपर रेटेड एसेट्स से आ रही है।