अक्षय तृतीया, एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो 30 अप्रैल, 2025 को मनाया जाएगा। संस्कृत में अक्षय शब्द का अर्थ है “कभी न घटने वाला”, और चूंकि यह वसंत ऋतु के शुक्ल पक्ष का तीसरा चंद्र दिवस है, इसलिए इसे तृतीया कहा जाता है ।
Akshaya Tritiya 2025 : अक्षय तृतीया, एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो 30 अप्रैल, 2025 को मनाया जाएगा। संस्कृत में अक्षय शब्द का अर्थ है “कभी न घटने वाला”, और चूंकि यह वसंत ऋतु के शुक्ल पक्ष का तीसरा चंद्र दिवस है, इसलिए इसे तृतीया कहा जाता है । अक्षय तृतीया, जिसे आखा तीज भी कहा जाता है। अक्षय तृतीया वैशाख माह के तीसरे दिन पड़ती है , जब सूर्य और चंद्रमा अपनी आभा के चरम पर होते हैं। अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु का आधिपत्य होता है, जो हिंदू त्रिदेवों में संरक्षक हैं। हिंदू किंवदंतियों के अनुसार, त्रेता युग की शुरुआत अक्षय तृतीया के दिन हुई थी।
यह सोना खरीदने का दिन है। माना जाता है कि यह समृद्धि लाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन सोने में निवेश करने से सौभाग्य और अनंत विकास होता है। सोना धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी का भी प्रतीक है। इस साल, सोने की कीमतों में उछाल आया है, ₹ 12,000 करोड़ मूल्य के 12 टन की बिक्री और लगभग ₹ 4,000 करोड़ की चांदी की बिक्री की उम्मीद है।
अक्षय तृतीया पर सोने का भाव
इस समय सोने की कीमत 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है, जबकि पिछले साल अक्षय तृतीया पर इसकी कीमत 73,500 रुपये थी। इसी तरह चांदी की कीमत 1,00,000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, जो 2023 में 86,000 रुपये प्रति किलोग्राम होगी।
खबरों के अनुसार, कीमती धातुओं की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि के मद्देनजर, अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर घरेलू आभूषण बाजार में सोने और चांदी की खरीदारी में “मिश्रित रुझान” देखने को मिल सकता है।
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का शुभ समय
30 अप्रैल को – अक्षय तृतीया सोना खरीदने का समय – सुबह 05:41 बजे से दोपहर 02:12 बजे तक
अवधि – 08 घंटे 30 मिनट
अक्षय तृतीया को ओवरलैप करने वाला शुभ चौघड़िया समय
प्रातःकाल का मुहूर्त (शुभ) – प्रातः 10:39 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक
प्रातःकाल का मुहूर्त (लाभ, अमृता)- प्रातः 05:41 बजे से प्रातः 09:00 बजे तक