बदलते मौसम में गाजर की कांजी पीने के शरीर को कई फायदे होते हैं। स्वाद से भरपूर गाजर की कांजी सेहत के लिहाज से बेहद फायदेमंद होती है। शरीर में ठंडक घोलने के साथ ही गाजर की कांजी मौसमी बीमारियों से लड़ने में भी मदद करती है।
बदलते मौसम में गाजर की कांजी पीने के शरीर को कई फायदे होते हैं। स्वाद से भरपूर गाजर की कांजी सेहत के लिहाज से बेहद फायदेमंद होती है। शरीर में ठंडक घोलने के साथ ही गाजर की कांजी मौसमी बीमारियों से लड़ने में भी मदद करती है।
गाजर की कांजी इम्यूनिटी बूस्टर है और ये पाचन को भी दुरुस्त करती है। आपको अगर कम भूख लगती है तो खाने के कुछ वक्त पहले गाजर की कांजी पीना फायदेमंद हो सकता है।
गाजर कांजी बनाने के लिए सामग्री
– गाजर (काली गाजर हो तो बेहतर) – 250 ग्राम (लंबे टुकड़ों में कटी हुई)
– पानी – 6-7 कप
– राई (सरसों) – 2 टेबलस्पून (दरदरी पिसी हुई)
– नमक – स्वादानुसार
– लाल मिर्च पाउडर – 1 टीस्पून
– हींग – 1 चुटकी
– हल्दी पाउडर – 1/4 टीस्पून (वैकल्पिक)
गाजर कांजी बनाने का तरीका
1. गाजर तैयार करें:
– गाजरों को धोकर छील लें और लगभग 2-3 इंच लंबे पतले टुकड़ों में काट लें।
– इन्हें उबलते पानी में 2-3 मिनट के लिए हल्का नरम होने तक ब्लांच करें। फिर पानी से निकालकर ठंडा कर लें।
2. कांजी का मसाला बनाएं:
– एक बड़े बर्तन में पानी डालें।
– इसमें दरदरी पिसी हुई राई, नमक, लाल मिर्च पाउडर, हींग और हल्दी पाउडर डालें।
– अच्छे से मिलाएं ताकि सभी मसाले पानी में घुल जाएं।
3. गाजर मिलाएं:
– तैयार मसाले वाले पानी में गाजर डालें।
– इस मिश्रण को एक कांच के जार या बड़े बर्तन में डालें और ढक्कन से ढक दें।
4. फर्मेंट करें:
– इसे 3-4 दिनों के लिए किसी गर्म स्थान पर रखें। हर दिन एक बार इसे चम्मच से चलाएं ताकि यह समान रूप से फर्मेंट हो।
– 3-4 दिन बाद जब गाजर खट्टी हो जाए और पानी में खट्टा स्वाद आ जाए, तो यह तैयार है।
5. परोसें:
– गाजर कांजी ठंडी करके परोसें। इसे गाजर के टुकड़ों के साथ ड्रिंक के रूप में एंजॉय करें।