महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) में आगामी 20 नवंबर को होने वाली वोटिंग से ठीक पहले राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे सीएम पद की रेस में नहीं हैं। उन्होंने एक न्यूज चैनल से बता करते हुए सीएम शिंदे ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं हूं, लेकिन महायुति से ही सीएम बनेगा।
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) में आगामी 20 नवंबर को होने वाली वोटिंग से ठीक पहले राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे सीएम पद की रेस में नहीं हैं। उन्होंने एक न्यूज चैनल से बता करते हुए सीएम शिंदे ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं हूं, लेकिन महायुति से ही सीएम बनेगा। बता दें कि पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने भी कहा था कि विधानसभा चुनाव के बाद महायुति के सहयोगी दल तय करेंगे कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) लगभग ढाई सालों से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं और देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और अजित पवार (Ajit Pawar) उनकी सरकार में डिप्टी सीएम पद पर कार्यरत हैं।
इंटरव्यू के दौरान महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने पूछा कि बाला साहेब ठाकरे को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) हिंदू हृदय सम्राट कब बोलेंगे? उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा कि वह अपने स्वार्थ के लिए ही कांग्रेस के साथ चले गए। उन्होंने बीजेपी की पीठ पर छुरा घोंपा था। यदि आज बाला साहेब जिंदा होते तो वे अपने बेटे उद्धव को जंगल जाकर वाइल्ड लाइफ फोटो खींचने के लिए कहते। महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होनी है और झारखंड व अन्य उपचुनावों वाली सीटों के साथ 23 नवंबर को महाराष्ट्र के भी नतीजे सामने आएंगे।
महाराष्ट्र में इस बार महायुति और महा विकास अघाड़ी आमने-सामने हैं। महायुति में बीजेपी, एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना, अजित पवार की एनसीपी हिस्सा है, जबकि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शरद पवार (Sharad Pawar) की एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना शामिल हैं। पिछले दो-ढाई सालों में राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सबसे पहले साल 2022 में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से बगावत कर दी थी और बीजेपी की मदद से मुख्यमंत्री बन गए थे। उनके साथ शिवसेना के ज्यादातर सांसद और विधायक भी चले गए। वहीं, पिछले साल एनसीपी में भी तब फूट हुई, जब अजित पवार (Ajit Pawar) चाचा शरद पवार (Sharad Pawar) के खिलाफ बगावत करते हुए महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए।
अमित शाह ने क्या कहा था?
पिछले दिनों गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भी महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को लेकर बयान दिया था। उन्होंने दावा किया था कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति पूर्ण बहुमत से सत्ता में लौटेगा और विधानसभा चुनाव के बाद गठबंधन के साझेदार मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे। अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि अभी एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं। चुनाव के बाद गठबंधन के तीनों साझेदार मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे। बता दें कि महाराष्ट्र के 2019 चुनावों में बीजेपी सबसे ज्यादा सीट जीतने वाली पार्टी बनी थी, लेकिन तब कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी ने मिलकर सरकार बना ली, जिसमें उद्धव ठाकरे सीएम बने थे, लेकिन ढाई साल के बाद सरकार गिर गई थी।