कई लोगो को लगातार एक पोजिशन में बैठे पैर सुन्न होने लगते है तो कुछ लोगो अचानक हाथ और पैर सुन्न होने लगते है। ऐसा शरीर में विटामिन ई की कमी की वजह से हो सकता है। विटामिन ई शरीर के लिए एक जरूरी एंटीऑक्सीडेंट है जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स से बचाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए जरूरी है।
कई लोगो को लगातार एक पोजिशन में बैठे पैर सुन्न होने लगते है तो कुछ लोगो अचानक हाथ और पैर सुन्न होने लगते है। ऐसा शरीर में विटामिन ई की कमी की वजह से हो सकता है। विटामिन ई शरीर के लिए एक जरूरी एंटीऑक्सीडेंट है जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स से बचाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए जरूरी है।
अगर शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाए तो इससे हाथ-पैर सुन्न हो सकते हैं। शरीर में अगर विटामिन ई की कमी हो तो कुछ लक्षण नजर आने लगते है जैसे हाथ पैरों का सुन्न होना, मांसपेशियों में कमजोरी, चलने फिरने में दिक्कत, आंखों की समस्या, कमजोर इम्युनिटी, बार-बार बीमार पड़ना और अक्सर शरीर में थकान महसूस होने के साथ ही सुस्ती लगती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार 14 साल और उससे अधिक उम्र के पुरुषों और महिलाओं को डेली 15 मिलीग्राम विटामिन ई खाने की जरूरत है। ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को रोजाना 19 मिलीग्राम विटामिन ई की आवश्यकता होती है। विटामिन ई की कमी को दूर करने के लिए डेली बादाम खाएं। डाइट में सरसों के बीज शामिल करें। इसके अलावा गेहूं के बीज, सूरजमुखी, कुसुम और सोयाबीन तेल का इस्तेमाल करें।
पीनट बटर और मूंगफली का सेवन करें। सब्जियों में चुकंदर, कोलार्ड ग्रीन्स, पालक, कद्दू, लाल शिमला मिर्च, शतावरी और फलों में आम और एवोकाडो शामिल करें। इससे शरीर में विटामिन ई की कमी को पूरा करने में मदद मिल सकती है। जो लोग सही डाइट नहीं लेते हैं।
उनके शरीर में विटामिन ई की कमी हो सकती है। कई बार शरीर में विटामिन ई की कमी से होने वाली समस्याएं जेनेटिक कारणों से भी होने लगती हैं। अगर परिवार में किसी को विटामिन ई की कमी या इससे जुड़ी कोई बीमारी है। तो आपको इसका खतरा हो सकता है।