जापानी शाही परिवार की सबसे बुजुर्ग सदस्य और सम्राट नारुहितो (Naruhito) की परदादी राजकुमारी युरिको (101 वर्ष) का शुक्रवार सुबह टोक्यो के एक अस्पताल में प्राकृतिक कारणों से निधन हो गया।
Japanese Princess Yuriko : जापानी शाही परिवार की सबसे बुजुर्ग सदस्य और सम्राट नारुहितो (Naruhito) की परदादी राजकुमारी युरिको (101 वर्ष) का शुक्रवार सुबह टोक्यो के एक अस्पताल में प्राकृतिक कारणों से निधन हो गया। राजकुमारी युरिको की मृत्यु के बाद, शाही परिवार में 16 सदस्य बचे हैं, जो 1947 के इंपीरियल हाउस कानून के तहत कम होते जा रहे हैं, जिसके अनुसार महिला सदस्यों को आम आदमी से शादी करने के बाद परिवार छोड़ना पड़ता है।
प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने एक बयान में कहा, “मैं इस क्षति के बारे में सुनकर दुखी हूं। मैं अन्य जापानी नागरिकों के साथ अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।”
युरिको का जन्म 1923 में एक कुलीन परिवार में हुआ था। 18 साल की उम्र में उनका विवाह हिरोहितो के छोटे भाई राजकुमार मिकासा से हुआ। राजकुमार मिकासा, जापान के वर्तमान सम्राट नारुहितो के चाचा हैं। द्वितीय विश्व युद्ध शुरू होने से कुछ महीने पहले ही युरिको और राजकुमार मिकासा की शादी हुई थी। उनके पति की 2016 में 100 वर्ष की आयु में हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई।
इस दम्पति के तीन बेटे और दो बेटियाँ थीं। उनके बेटों – प्रिंसेस तोमोहितो, कत्सुरा और ताकामादो – की क्रमशः 2012, 2014 और 2002 में मृत्यु हो गई।
दंपत्ति की तीन पोतियाँ शाही परिवार में ही हैं। बाकी दो – प्रिंसेस नोरिको और अयाको, जो प्रिंस ताकामादो की बेटियाँ हैं – ने क्रमशः 2014 और 2018 में आम लोगों से शादी करने के बाद अपनी शाही उपाधियाँ त्याग दी थीं।
राजकुमारी युरिको जापानी रेड क्रॉस सोसाइटी की मानद उपाध्यक्ष थीं और इससे पहले 1948 से 2010 तक इम्पीरियल गिफ्ट फाउंडेशन बोशी-ऐइकू-काई की अध्यक्ष रह चुकी हैं, जो मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है।