Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) तारीखों का ऐलान कब हो सकता है? सूत्रों के हवाले से इसको लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। सूत्रों बताते हैं कि चुनाव आयोग 13 मार्च के बाद किसी भी दिन लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की तारीखों को ऐलान कर सकता है। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election) 7-8 चरणों में हो सकते हैं।
Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) तारीखों का ऐलान कब हो सकता है? सूत्रों के हवाले से इसको लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। सूत्रों बताते हैं कि चुनाव आयोग 13 मार्च के बाद किसी भी दिन लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की तारीखों को ऐलान कर सकता है। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election) 7-8 चरणों में हो सकते हैं।
चुनाव आयोग 13 मार्च के बाद लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की तारीखों की घोषणा कर सकता है। सूत्रों ने कहा कि आयोग आम चुनाव की तैयारियों का आंकलन करने के लिए कई राज्यों का दौरा कर रहा है। यह पूरा होने के बाद तारीखों की घोषणा की जाएगी।
केंद्रीय चुनाव निकाय (Central Election Body) के अधिकारी अभी तमिलनाडु का दौरा कर रहे हैं, जिसके बाद उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर का दौरा किया जाएगा। राज्य का दौरा 13 मार्च से पहले पूरा होने वाला है।आयोग पिछले कुछ महीनों से तैयारियों का आंकलन करने के लिए सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (CEO) के साथ नियमित बैठकें कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि सीईओ ने समस्या वाले क्षेत्रों, ईवीएम (EVM) की आवाजाही, सुरक्षा बलों की उनकी आवश्यकता, सीमाओं पर कड़ी निगरानी को सूचीबद्ध किया है. अधिकारियों ने कहा कि विशेष रूप से, चुनाव आयोग (Election Commission) इस साल चुनावों के सुचारू संचालन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence) का उपयोग करने की योजना बना रहा है।
लोकसभा चुनाव में एआई का इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव आयोग (Election Commission) ने मई से पहले होने वाले लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election) के स्वतंत्र और निष्पक्ष संचालन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence) तकनीक का इस्तेमाल कर सकता है। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर गलत सूचनाओं को चिह्नित करने और हटाने के लिए ईसीआई के भीतर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence) के लिए एक विभाग भी बना सकता है।
चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर झूठी और भड़काऊ सामग्री को हटाने का काम तेजी से किया जाएगा और यदि कोई पार्टी या उम्मीदवार नियमों का उल्लंघन करना जारी रखता है, तो आयोग कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है। जैसे कि सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को खातों को निलंबित करने या उन्हें ब्लॉक करने के लिए कहना है।