सनातनधर्म में शिव महिमा का गुण्गान किया जाता है। भगवान शिव को विभिन्न रूपों में पूजाता है। धर्म ग्रथों में वर्णित है कि भगवान शिव के कई अवतार है।
Maha Shivratri 2024 : सनातनधर्म में शिव महिमा का गुण्गान किया जाता है। भगवान शिव को विभिन्न रूपों में पूजाता है। धर्म ग्रथों में वर्णित है कि भगवान शिव के कई अवतार है। शास्त्रों में शिवजी के कुल 19 अवतारों का जिक्र मिलता है, जिसमें वीरभद्र अवतार को पहला अवतार माना गया है। वीरभद्र, पिप्पलाद, नंदी अवतार,भैरव अवतार, अश्वत्थामा, शरभावतार, गृहपति, ऋषि दुर्वास, हनुमान जी, वृषभ, यतिनाथ, कृष्णदर्शन, अवधूत, भिक्षुवर्य, सुरेश्वर, किरात, ब्रह्मचारी अवतार, सुनटनतर्क और यक्ष अवतार। ये शिवजी के 19 अवतारों के नाम हैं।
महाशिवरात्रि के दिन शिव भक्त गण शिव भक्ति में शिवालयों में शिवलिंग पर जलाभिषेक के साथ पुष्प, वेलपत्र, मदार, धतूरा, भांग और शिव को प्रिय दूध ,दही, घी, शक्कर,गन्ने का रस अर्पित करते है।
पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 8 मार्च को संध्याकाल 09 बजकर 57 मिनट पर होगी। इसका समापन अगले दिन 09 मार्च को संध्याकाल 06 बजकर 17 मिनट पर होगा। शिव जी की पूजा प्रदोष काल में की जाती है, इसलिए उदया तिथि देखना जरूर नहीं होता है। ऐसे में इस साल महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च 2024 को रखा जाएगा।
सर्वार्थ सिद्धि योग
महाशिवरात्रि के दिन चंद्रमा मकर राशि में विराजमान होंगे। इस दिन श्रवण नक्षत्र और शिव योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और सिद्ध योग भी बनेगा। इन चार अति शुभ संयोग के कारण महाशिवरात्रि की पूजा शिव भक्तों के लिए अत्यंत शुभ और सभी मनोकामनाएं पूरी करने वाली होगी।