सनातन धर्म में मौन साधना का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या (Magh Amavasya) कहते हैं।
Mauni Amavasya 2024 : सनातन धर्म में मौन साधना का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या (Magh Amavasya) कहते हैं। मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान और जरूरतमंदों को दान करने का विशेष फल मिलता है। इस बार फरवरी के महीने में अमावस्या तिथि की शुरुआत 9 फरवरी से होकर इसकी समाप्ति अगले दिन 10 फरवरी को हो जाएगी। ऐसे में मौनी अमावस्या 9 फरवरी, शुक्रवार को मनाई जाएगी। धर्म शास्त्रों में वर्णित है कि इस दिन मौन साधना का सर्वोच्च फल प्राप्त होता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इस पवित्र तिथि पर उपवास करने की भी परंपरा है।
पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए मौनी अमावस्या के दिन पशु-पक्षियों को भोजन कराया जा सकता है। पक्षियों को दाना खिलाया जा सकता है तो पशुओं के समक्ष रोटी रखी जाती है। कहते हैं ऐसा करने पर पितृ प्रसन्न हो जाते हैं। मौनी अमावस्या के दिन तर्पण व श्राद्ध कर्म करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।