देश को प्रदूषण मुक्त बनाना एक बड़ी चुनौती है। हालांकि, अब इस ओर परिवहन विभाग (Transport Department) तकनीक की मदद से कोशिशें तेज कर दी हैं। नितिन गड़करी (Nitin Gadkari) ने देश के पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (Public Transportation System) को प्रदूषण मुक्त बनाने का बड़ा ऐलान किया है।
नई दिल्ली। देश को प्रदूषण मुक्त बनाना एक बड़ी चुनौती है। हालांकि, अब इस ओर परिवहन विभाग (Transport Department) तकनीक की मदद से कोशिशें तेज कर दी हैं। नितिन गड़करी (Nitin Gadkari) ने देश के पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (Public Transportation System) को प्रदूषण मुक्त बनाने का बड़ा ऐलान किया है। गड़करी ने बताया सरकार बहुत जल्द देश के कई शहरों में रोपवे केबल बसों (Ropeway Cable Buses) को शुरू कर सकती है। इसे क्लीन फ्यूचर मोबिलिटी (Clean Future Mobility) की ओर सरकार का एक बड़ा कदम माना जा रहा है। गडकरी ने यह खुलासा एक इंटरव्यू में किया है।
ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति
भारत सरकार के अर्बन डेवलपमेंट और ट्रांसफॉर्मेशन मिशन (Urban Development and Transformation Mission of Government of India) के तहत यह योजना एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। मौजूदा समय में शहरों के अंदर मेट्रो की कनेक्टिविटी पर्याप्त नहीं है। वहीं, सड़कों पर बढ़ती गाड़ियों की संख्या के चलते बसों का संचालन करना मुश्किल होता जा रहा है। रोपवे केबल बसों (Ropeway Cable Buses) के शुरू होने से कई शहरों को ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से राहत मिल सकती है।
India is shaping the future of transportation today, paving the way for a revolutionary journey ahead! 🚃⚡ pic.twitter.com/O3SeHeOye6
— BJP (@BJP4India) June 19, 2025
पढ़ें :- पति के सामने आशिक से $ex करती थी पत्नी, बोली-ये सब देखकर तू मर जाएगा, फांसी लगाकर आसिफ ने जान दे दी जान
क्या हैं रोपवे बसें?
रोपवे बसें या केबल कार केबल पर चलने वाली बसें होती हैं। केबल बस नेटवर्क में सीमित दूरी पर स्टेशन बनाए जाएंगे, जहां से लोग इनमें चढ़ पाएंगे। गडकरी के मुताबिक, ये नेटवर्क पूरी तरह ईको फ्रेंडली होगा और इन्हें बैटरी से पावर मिलेगी। रोपवे केबल बस पुरी तरह साइलेंट और जोरी एमिशन होंगे, यानी इनके चलने से कार्बन एमिशन शून्य होगा।
60 परियोजनाओं को मिली मंजूरी
नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के मुताबिक, देशभर में 60 से ज्यादा रोपवे और केबल कार परियोजनाओं को मंजूरी दे दी गई है। वहीं, सरकार को इस परियोजना से संबंधित 360 प्रपोजल मिले हैं। इसके साथ ही सरकार को यूएस, यूरोप और जापान जैसे देशों से इस परियोजना के लिए 13 टेक्नोलॉजी प्रपोजल भी मिले हैं। नितिन गडकरी के मुताबिक, इसे सबसे पहले दिल्ली में शुरू करने की योजना बनाई जा रही है और इस पर रिसर्च का काम भी शुरू हो चुका है।
उड़ते हुए बस में मिलेगी चाय
जानकारी के मुताबिक, रोपवे बसों में यात्रियों के लिए 135 सीटें होंगी और बसें पूरी तरह एयर कंडीशन केबिन (Air conditioned cabin) के साथ आएंगी। चार्ज खत्म होने पर इन्हें केवल 30 सकेंड में दोबारा फुल चार्ज किया जा सकेगा। वहीं, इन बसों में यात्रियों को प्रीमियम सफर का अनुभव मिलेगा और सफर के दौरान चाय भी सर्व की जाएगी। पोस्ट के मुताबिक, हिताची और साइमेंस जैसी कंपनियां रोपवे बसों को तैयार करेंगी।