अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भ्रष्टाचार, धन शोधन, व्यय का आकलन और सुधार की सिफारिश करने के लिए पाकिस्तान में दूसरा भ्रष्टाचार निरोधक दल भेजा है।
खबरों के अनुसार,आईएमएफ टीम पाकिस्तान शुगर मिल्स एसोसिएशन (पीएसएमए) के साथ बैठक करेगी, ताकि मूल्यों में हेरफेर जैसे मामलों की चल रही जांच पर चर्चा की जा सके। जिसके कारण पाकिस्तान के प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीपी) ने मूल्य हेरफेर और कार्टेलाइजेशन के लिए एसोसिएशन पर अरबों रुपये का जुर्माना लगाया है।
अब तक मिशन ने कराची में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) के साथ बैठकें की हैं, जिसमें बैंकिंग क्षेत्र के विनियमन, संदिग्ध लेनदेन और धन शोधन के मुद्दों पर चर्चा की गयी है।
इससे पहले गत फरवरी में अपनी यात्रा के दौरान भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने न्यायिक नियुक्तियों और अन्य कानूनी मामलों पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति याह्या अफरीदी से भी मुलाकात की थी। इस बार आईएमएफ मिशन न्यायिक दक्षता और न्यायाधीशों की जवाबदेही पर चर्चा करने के लिए एससीपी के रजिस्ट्रार से मुलाकात करेगा और इन मामलों के न्यायिक संचालन पर अपडेट प्राप्त कर सकता है।