अमेरिका से भारतीय प्रवासियों के वापस आने के बाद, उनकी वापसी को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है। अमेरिका की बॉर्डर फोर्स ने जब से भारतीय प्रवासियों का वीडियो जारी किया है, जबसे देश भर में माहौल गरमा गया है। वीडियो फुटेज में भारतीय के पैर और हाथ जंजीरों से बंधे दिखाई दे रहे हैं, जिससे हर भारतीय को गुस्सा आ रहा है ।
नई दिल्ली। अमेरिका से भारतीय प्रवासियों के वापस आने के बाद, उनकी वापसी को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है। अमेरिका की बॉर्डर फोर्स ने जब से भारतीय प्रवासियों का वीडियो जारी किया है, जबसे देश भर में माहौल गरमा गया है। वीडियो फुटेज में भारतीय के पैर और हाथ जंजीरों से बंधे दिखाई दे रहे हैं, जिससे हर भारतीय को गुस्सा आ रहा है ।
“For 40 hours, we were handcuffed, our feet tied with chains and we were not allowed to move an inch from our seats. It was worse than hell”: Harvinder Singh
Prime Minister, listen to this man’s pain. Indians deserve Dignity and Humanity, NOT Handcuffs. pic.twitter.com/WUOwUrCvMB
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 6, 2025
कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी (Congress leader and Leader of Opposition in Lok Sabha Rahul Gandhi) ने पीड़ित हरविंदर सिंह का वीडियो शेयर कर मोदी को घेरा है। हरविंदर सिंह ने बताया कि 40 घंटों तक हमें हथकड़ी लगाई गई, हमारे पैरों को जंजीरों से बांधा गया और हमें अपनी सीट से एक इंच भी हिलने नहीं दिया गया। यह नरक से भी बदतर था। राहुल गांधी ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, इस आदमी का दर्द सुनिए। भारतीयों को सम्मान और मानवता मिलनी चाहिए, हथकड़ी नहीं।
अमेरिका से वापसी की अफसोसनाक कहानी बताते हुए हरविंदर सिंह कहते हैं कि 40 घंटों तक हमें हथकड़ी लगाई गई, हमारे पैरों को जंजीरों से बांधा गया और हमें अपनी सीट से एक इंच भी हिलने नहीं दिया गया। बार-बार अनुरोध करने के बाद, हमें खुद को घिसटकर वॉशरूम तक जाने दिया गया। विमान में मौजूद स्टाफ शौचालय का दरवाजा खोलकर हमें अंदर धकेल देता था। इस वापसी को “नरक से भी बदतर” अनुभव बताते हुए हरविंदर ने कहा कि वे 40 घंटों तक ठीक से खाना भी नहीं खा पाए। “वे हमें हथकड़ी लगाकर ही खाने के लिए मजबूर करते थे। हमने सुरक्षाकर्मियों से कुछ मिनटों के लिए हथकड़ी हटाने का अनुरोध किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ये यात्रा न केवल शारीरिक रूप से दर्दनाक थी, बल्कि मानसिक रूप से भी थका देने वाली थी। हालांकि हरविंदर ने कहा कि क्रू के एक ‘दयालु’ सदस्य ने उन्हें फल खाने दिए।