सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के सचिव रोहित पांडे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के इतिहास में पहली बार हमने हिंदी, उर्दू, कन्नड़, बंगाली, मराठी और असमिया में भी परिपत्र जारी करने का फैसला किया है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) एक मिनी इंडिया यानी छोटा भारत है।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (Supreme Court Bar Association) ने एक बड़ा कदम उठाया है। उसने अंग्रेजी के अलावा हिंदी और उर्दू सहित स्थानीय भाषाओं में अपने संचार और परिपत्र जारी करने का फैसला लिया है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के सचिव रोहित पांडे (Secretary Rohit Pandey) ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के इतिहास में पहली बार हमने हिंदी, उर्दू, कन्नड़, बंगाली, मराठी और असमिया में भी परिपत्र जारी करने का फैसला किया है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) एक मिनी इंडिया यानी छोटा भारत है।
बार सचिव ने कहा कि जल्द ही और भाषाओं में सर्कुलर जारी किया जाएगा। बता दें, एससीबीए (SCBA) ने अंग्रेजी के अलावा छह भाषाओं में एक परिपत्र जारी किया है। यह परिपत्र बुधवार शाम को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के न्यायाधीशों न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा, न्यायमूर्ति ऑगस्टाइन जॉर्ज मसीह, न्यायमूर्ति संदीप मेहता और प्रसन्ना भालचंद्र वराले के सम्मान में होने वाले समारोह से संबंधित है।
एससीबीए (SCBA) ने कहा कि प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) समारोह की अध्यक्षता करेंगे। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कुछ क्षेत्रीय भाषाओं में अपने फैसले देने का निर्णय लिया था।