प्रथम पूज्य भगवान गणेश को विघ्नहर्ता माना जाता है। पौराणिक मान्यता है कि उनकी पूजा-अर्चना से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
Vaishakh month Vinayak Chaturthi 2024 : प्रथम पूज्य भगवान गणेश को विघ्नहर्ता माना जाता है। पौराणिक मान्यता है कि उनकी पूजा-अर्चना से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से भगवान गणेश (Lord Ganesh) की पूजा करने से जीवन के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन गणेश संकटनाशन स्रोत का पाठ करने से भगवान गणेश भक्तों के सभी कष्टों का नाश कर देते हैं। आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी की तिथि और गणेश संकटनाशन स्तोत्र के बारे में।
वैशाख माह में शुक्ल पक्ष 11 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट पर चतुर्थी तिथि शुरू होगी और 12 मई को दोपहर 2 बजकर 3 मिनट तक रहेगी। विनायक चतुर्थी 11 मई, शनिवार के दिन मनाई जाएगी. विनायक चतुर्थी पर पूजा का मुहूर्त सुबह 10 बजकर 57 मिनट से 01 बजकर 39 मिनट तक रहेगा।
भगवान श्री गणेश के बीज मंत्र ‘गं’ का जाप कर आप अपनी सभी कामनाओं को प्राप्त कर सकते हैं। बीज मंत्र से मिलकर बने मंत्र ‘ओम गं गणपतये नमः’ का जप करने से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है और आर्थिक प्रगति तथा समृद्धि भी प्राप्त होगी।
गणपति को सफेद रंग के फूल, वस्त्र, सफेद जनेऊ, सफेद चंदन आदि नहीं चढ़ाना चाहिए। पूजा करते समय हमें विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए कि गणेश जी की पूजा में मुरझाए और सूखे फल का प्रयोग नहीं करना चाहिए।