हिंदू धर्म एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। मनोकामना पूर्ति के लिए भक्त गण इस व्रत को रखते है।
Vijaya Ekadashi 2024 : हिंदू धर्म एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। मनोकामना पूर्ति के लिए भक्त गण इस व्रत को रखते है। शास्त्रों के मुताबिक विजया एकादशी कार्यों में विजय दिलाने वाली है। इस दिन को विशेष धार्मिक अनुष्ठान और पूजा- अर्चना के साथ मनाया जाता है। भक्त गण इस दिन व्रत अनुष्ठान करके मानसिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करते है। धर्म ग्रंथों के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी कहते हैं। मान्यता है कि एकादशी के दिन भगवान विष्णु की आराधना से सभी कष्ट मिट जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कब है विजया एकादशी।
पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी की तिथि 6 मार्च को सुबह 6 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर 7 मार्च को 4 बजकर 14 मिनट तक रहेगी। 6 मार्च को एकादशी का व्रत रखा लाएगा।
विजया एकादशी के दिन पूजा स्थल पर सप्त अनाज के ऊपर तांबे या मिट्टी का कलश स्थापित करें। उसके बाद भगवान विष्णु के चित्र की स्थानपा करें और धूप, दीप, चंदन, फल-फूल और तुलसी चढ़ाएं। पूजा के बाद विजया एकादशी की कथा का पाठ करें। रात को श्री हरि नाम का जाप करें।