पॉपकॉर्न लंग्स ऐसी बीमारी है जिसे मेडिकल भाषा में ब्रोंकियोलाइटिस ओब्लिटरन्स कहा जाता है। यह एक दुर्लभ फेफड़ों की बीमारी है। इसमें फेफड़ों की सबसे छोटी वायुमार्ग में सूजन आने से स्कार टिश्यू बनने लगते हैं।
Popcorn lung disease: पॉपकॉर्न लंग्स ऐसी बीमारी है जिसे मेडिकल भाषा में ब्रोंकियोलाइटिस ओब्लिटरन्स कहा जाता है। यह एक दुर्लभ फेफड़ों की बीमारी है। इसमें फेफड़ों की सबसे छोटी वायुमार्ग में सूजन आने से स्कार टिश्यू बनने लगते हैं।
जिससे पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। हाल ही में अमेरिका की एक 17 वर्षीय चीयर लीडर ब्रायना मार्टिन को पॉपक़र्न लंग्स बीमारी (Popcorn lung disease) से पीड़ित पाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ब्रायना को पिछले तीन सालों से वेपिंग की लत थी।
जिसकी वजह से उसे एक दिन अचानक सांस लेने में दिक्कत होने लगी और हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। डॉक्टरों ने उसे ब्रोंकियोलाइटिस ऑब्लिटरन्स नामक बीमारी से पीड़ित बताया। जिसे आमतौर पर पॉपकॉर्न लंग्स भी कहा जाता है।
पॉपकॉर्न लंग्स बीमारी (Popcorn lung disease) होने पर शरीर में नजर आते हैं ये लक्षण
पॉपकॉर्न लंग्स रोग होने पर लंबे समय तक सूखी खांसी की बनी रहती है। इसके अलावा व्यायाम या शारीरिक श्रम करने के दौरान सांस लेने में भी दिक्कत होती है। घरघराहट होना जो अस्थमा या सर्दी से संबंधित नहं होती। साथ भी बिना काम किये बैठे बैठे थकान महसूस हो सकती है।
पॉपकॉर्न लंग्स रोग के लक्षण आमतौर पर रसायन के संपर्क या बीमारी के दो हफ्ते से दो महीने बाद शुरु होते है।
पॉपकॉर्न लंग्स रोग (Popcorn lung disease) से बचने के उपाय
रसायनों के संपर्क में आने वाले कर्मचारियों को मास्क और अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों का इस्तेमाल करना चाहिए।
सिगरेट और व्हेपिंग दोनो फेफड़ों के लिए हानिकारक होती है इसलिए इससे दूर रहें।
अगर आप जोखिम वाले वातावरण में काम करते है तो नियमित हेल्थ चेकअप जरुर कराएं।