1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. UP के गांवों में पहुंचेंगे नोडल अधिकारी तो खुलेगी ‘हर घर शुद्ध जल’ की हकीकत, कहीं टंकी नहीं बनी, तो कहीं टूट गईं घरों में लगी टोटियांं

UP के गांवों में पहुंचेंगे नोडल अधिकारी तो खुलेगी ‘हर घर शुद्ध जल’ की हकीकत, कहीं टंकी नहीं बनी, तो कहीं टूट गईं घरों में लगी टोटियांं

उत्तर प्रदेश में इस योजना की हकीकत जानने क लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गयी है, जो अपने अपने जिलों में जाकर इस योजना का सत्यापन करेंगे। वहीं, अब नोडल अधिकारियों की नियुक्ति के बाद विभाग में खलबली मची हुई है।

By टीम पर्दाफाश 
Updated Date

लखनऊ। जल जीवन मिशन योजना के तहत ‘हर घर शुद्ध जल’ पहुंचाने के दावे सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकांक्षी योजना को कुछ अफसर पलीता लगाने में जुटे हुए हैं। जल जीवन मिशन में गड़बड़ी की शिकायतों के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चिंता के बाद अब एक्शन की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। उत्तर प्रदेश में इस योजना की हकीकत जानने क लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गयी है, जो अपने अपने जिलों में जाकर इस योजना का सत्यापन करेंगे। वहीं, अब नोडल अधिकारियों की नियुक्ति के बाद विभाग में खलबली मची हुई है।

पढ़ें :- CSS अधिकारियों के समर्थन में उतरे सांसद-विधायक, पिटारे में बंद है 'कैडर रिपोर्ट, 8 साल का नियम, मगर 10 वर्ष में नहीं मिली SO पद पर पदोन्नति

नोडल अधिकारी जल जीवन मिशन योजना के तहत चल रही हर घर नल योजना का भौतिक सत्यापन करेंगे। इस दौरान वह गांव जाकर लोगों से इस योजना की हकीकत पूछेंगे। परियोजना की गुणवत्ता की जांच के साथ ही योजना में शामिल सभी लोग शत-प्रतिशत लाभ पा रहे हैं अथवा नहीं, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी।

प्रमुख स्टॉफ अफसर मुख्य सचिव यूपी सरकार अमृता सोनी की तरफ से नोडल अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि, मुझे यह कहने का निर्देश हुआ है कि सभी नोडल अधिकारी अपने आवंटित जनपद में भ्रमण के दौरान जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल, गो-आश्रय स्थल एवं रू० 50 करोड़ से अधिक लागत की 02 परियोजनाओं का भौतिक सत्यापन निम्नानुसार करेंगे। नोडल अधिकारी 24 व 25 मई, 2025 को योजनाओं का भौतिक सत्यापन निम्नवत करेंगे। इसके साथ ही, सभी नोडल अधिकारी अपने आवंटित जनपद का भ्रमण कर दिनांक 26 मई को रिपोर्ट सौपेंगे।

जल जीवन मिशन में नियमों के विपरित हुआ काम
जल जीवन मिशन योजना के तहत ‘हर घर शुद्ध जल’ पहुंचाने के दावे सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गए। उत्तर प्रदेश में ज्यादातर गांवों में लोगों तक शुद्ध जल नहीं पहुंचा है। मानक के विपरित इस योजना में पूरे प्रदेश में काम हुआ है। कई जगहों पर तो अभी तक टंकी का निर्माण तक नहीं हो पाया है। वहीं, जहां पर पानी की टंकी बनी है वहां पर पाइप तक नहीं पड़ा है।

पढ़ें :- Yogi Cabinet expansion: जल्द हो सकता है योगी मंत्रिमंडल का विस्तार, भूपेंद्र चौधरी समेत ये नेता बनाए जा सकते हैं मंत्री?

अफसरों ने इस योजना में खूब की लूट
उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन योजना के तहत ‘हर घर शुद्ध जल’ पहुंचाने के नाम पर अफसरों ने जमकर लूट की। टेंडर से लेकर कंपनियों से उनकी मिलीभगत भी उजागर हुई। उत्तर प्रदेश में इस विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्वत भी सात साल से ज्यादा समय से तैनात हैं, जिनकी भूमिका पर भी अक्सर सवाल उठते रहते हैं लेकिन आज भी वो इस विभाग के प्रमुख बने हुए हैं।

गांवों में पहुंचेंगे नोडल अधिकारी तो सामने आएगी सच्चाई
नोडल अफसर अगर गांवों में पहुंचते हैं तो इसकी सच्चाई भी सामने आएगी। ‘हर घर शुद्ध जल’ की सच्चाई सामने आने पर कई अधिकारियों की पोल भी खुल जाएगी। कहीं तो सालभर पहले ही टोटी लगा दी गयी लेकिन आज तक उसमें से जल नहीं आया। यही नहीं, कई घरों से तो लगी टोटी भी टूट चुकी है। वहीं, जहां पर ‘हर घर शुद्ध जल’ की सप्लाई शुरू हुई है वहां पर पाइपों में लिकेज होने की शिकायतों की भी खूब भरमार है।

शुद्ध जल को लेकर नहीं हुआ कोई काम
जल जीवन मिशन योजना के तहत ‘हर घर शुद्ध जल’ पहुंचाने की बात कही गयी थी लेकिन इसको लेकर प्रदेश में कोई काम नहीं हुआ। लिहाजा, लोगों तक आर्सेनिक और टीडीएस युक्त पानी पहुंच रहा है, जो सेहत के लिए काफी खतरनाक है। साथ ही ‘हर घर शुद्ध जल’ पहुंचाने का दावा भी खोखला साबित हो रहा है।

 

पढ़ें :- कांग्रेस ने दशकों तक OBC समाज को सिर्फ वोटबैंक समझा, कभी हक नहीं दिया: केशव मौर्य
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...