नई दिल्ली। देश में एक बार फिर से शादियों का सीजन (Wedding Season) शुरू होने जा रहा है। इस साल 23 नवंबर 2023 से 15 दिसंबर 2023 तक शादियों के 12 दिन शुभ हैं। इन 12 दिनों में ही बैंड, बाजा और बारात निकालने की तैयारी करनी होगी, वरना मामला
नई दिल्ली। देश में एक बार फिर से शादियों का सीजन (Wedding Season) शुरू होने जा रहा है। इस साल 23 नवंबर 2023 से 15 दिसंबर 2023 तक शादियों के 12 दिन शुभ हैं। इन 12 दिनों में ही बैंड, बाजा और बारात निकालने की तैयारी करनी होगी, वरना मामला
Miraculous Mother Earth Temple: भारत रहस्यमयी और चमत्कारिक मंदिरों का देश है. भारत के हर क्षेत्र में एक प्राचीन मंदिर है और उससे जुड़े कई रहस्य व चमत्कार की बाते ,किस्से व कहानियाँ लोगो से सुनने को मिलती है. आज हम बात करेंगे एक ऐसे ही चमत्कारिक मंदिर के बारे
02 नवंबर 2023 का राशिफल: गुरुवार यानी 02 नवंबर का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए…इन राशि के लोगों की कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मेष – आज पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी। दाम्पत्य जीवन सुखमय होगा। आज स्वास्थ्य ठीक रहेगा। वृष – आज खान-पान मे सावधानी रखें। शुक्र व केतु
Karwa Chauth 2023: प्रेम, श्रद्धा और आस्था का मानक पर्व करवा चौथ व्रत (Karva Chauth) का इंतजार सुहागिन महिलाओं को बेसब्री से होता है, आज उनका इंतजार खत्म हो गया है क्योंकि आज ही वो पावन दिन है। करवा चौथ (Karva Chauth) अखंड सौभाग्य की प्राप्ति का सबसे प्रमुख और
01 नवंबर 2023 का राशिफल: बुधवार यानी 01 नवंबर का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए…इन राशि के लोगों की कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मेष – आज किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। वृष – आज का दिन उत्तम है। आज
Karwa Chauth 2023 : करवा चौथ (Karwa Chauth) पर्व 1 नवंबर को मनाया जाएगा। करवा चौथ (Karwa Chauth) में विवाहित महिलाएं अपने पति के जीवन की सुरक्षा और दीर्घायु के लिए कठोर उपवास रखती हैं। इसके बाद चंद्रमा उदय होने के बाद और अर्घ्य देने के बाद ही महिलाएं अपना
Karwa Chauth 2023 : करवा चौथ पर्व कल मनाया जाएगा। सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए र्जिला व्रत रखतीं है। वैदिक पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन करवा चौथ व्रत रखा जाता हैं। पंचांग में बताया गया है कि इस वर्ष
Karwa Chauth Puja Time 2023 : सनातन धर्म में पति के आरोग्य और चिरजीवी होने के लिए सुहागिन महिलाएं भगवान वरदान मांगती है और कठिन व्रत का पालन करतीं है। करवा चौथ का कठिन व्रत का पालन सुहागिन महिलाएं करती है। करवा चौथ व्रत में भगवान शिव, माता पार्वती, कार्तिकेय
Guru Ramdas Ji Prakash Parv : चौथे सिख गुरु रामदास के प्रकाश पर्व के अवसर पर अमृतसर का स्वर्ण मंदिर (Golden Temple of Amritsar) खूबसूरत रोशनी में जगमगाता दिखा। बीते दिन 30 अक्टूबर को गुरु नगरी अमृतसर को बसाने वाले और सिक्खों के चौथे गुरु रामदास जी (Guru Ramdas Ji)
31 अक्टूबर 2023 का राशिफल: मंगलवार यानी 31 अक्टूबर का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए…इन राशि के लोग जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। मेष – आज भाग्य का साथ मिलेगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आज व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। वृष – व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी
Shukra Gochar 2023 : सुख समृद्धि प्रेम और धन का ग्रह शुक्र 3 नवंबर को स्थान परिवर्तन करेगा। दीपावली के त्योहार से पहले यह बड़ा राशि परिवर्तन (Rashi Parivartan) माना जा रहा है। वैभव के स्वामी शुक्र देव सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष शास्त्र के
Narak Chaturdashi 2023 : रोशनी के भव्य पर्व दिवाली के उत्सव के साथ नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। इसे रूप चौदस, नरक चतुर्दशी, छोटी दिवाली, नरक निवारण चतुर्दशी अथवा काली चौदस के नाम से भी जाना जाता है। नरक चतुर्दशी देश के हर हिस्से में पूरे उत्साह और
Mercury Transit In November 2023 : नवंबर माह में ग्रहों के राजकुमार बुध दो बार राशि परिवर्तन करेंगे। बुध देव तीन नक्षत्रों का स्वामी है: अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती (नक्षत्र)। हरे रंग, धातु, पीतल और रत्नों में पन्ना बुध देव की प्रिय वस्तुएं हैं। इसके साथ जुड़ी दिशा उत्तर है,
29 अक्टूबर 2023 का राशिफल: रविवार यानी 29 अक्टूबर का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए…इन राशि के लोगों की आज कोर्ट-कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। मेष – आज कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। आज व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। वृष – आज कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक
Tulsi Vivah Shubh Muhurat 2023 : कार्तिक माह बहुत पुनीत माना जाता है। इस माह में तुलसी पूजा और गंगा स्नान की विराट महिमा है। इस पवित्र माह में नारायण का जागरण होता है। श्रीहरि चतुर्मास की निद्रा से जागते हैं। भगवान विष्णु 4 महीने की योग निद्रा से उठते