Ahoi Ashtami fast : अहोई अष्टमी का व्रत हिंदू माताओं के लिए खास महत्व रखता है। इस दिन माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए अहोई माता का व्रत रखती हैं और सन्तान की लंबी उम्र और तरक्की का वरदान मां से मांगती है। हिंदू पंचांग के अनुसार अहोई
Ahoi Ashtami fast : अहोई अष्टमी का व्रत हिंदू माताओं के लिए खास महत्व रखता है। इस दिन माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए अहोई माता का व्रत रखती हैं और सन्तान की लंबी उम्र और तरक्की का वरदान मां से मांगती है। हिंदू पंचांग के अनुसार अहोई
Surya Grahan 2023 : सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। इसका वैज्ञानिक महत्व होने के साथ-साथ ज्योतिषीय और धार्मिक महत्व भी बहुत है। ग्रहण का जीव जगत प्रभाव पड़ता है। राशियों पर भी शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। इस बार साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगने
08 अक्टूबर 2023 का राशिफल: रविवार यानी 08 अक्टूबर का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए…इन राशि की महिलाओं को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। मेष – विद्यार्थियों का मन पढ़ाई में लगेगा। तरक्की के नये रस्ते खुलेंगे। आज बेरोजगारो को रोजगार के अवसर मिलेगे। वृष –
Indira Ekadashi 2023 : सनातन धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है। भक्त गण एकादशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी पूजा कर उनसे आर्शिवाद की कामना करते है। आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह एकादशी 10 अक्टूबर
Sarva Pitru Amavasya 2022 : हिंदू धर्म में पितृ पक्ष को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इस अवधि के दौरान, लोग पितृ शांति के लिए पिंडदान करते हैं यानी पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए अनुष्ठान करते हैं। इस पितृ पक्ष के अंतिम दिन को सर्वपितृ अमावस्या या महालया
07 अक्टूबर 2023 का राशिफल: शनिवार यानी 07 अक्टूबर का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए…इन राशि के लोगों को परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। मेष – आज व्यापार में लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आज निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। शत्रु पस्त होंगे। वृष –
Diwali Special 2023: हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार दिवाली (Diwali) इस साल 12 नवंबर 2023 को है. कार्तिक माह की अमावस्या को मनाई जाने वाली दीपावली (Diwali) के दिन मां लक्ष्मी का विशेष पूजन किया जाता है. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा (worship of goddess lakshmi) प्रदोषकाल में
06 अक्टूबर 2023 का राशिफल: शुक्रवार यानी 06 अक्टूबर का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए…इन राशि के लोगों की छोटी सी गलती बड़ी परेशानी बन सकती है। मेष – आज धन लाभ होगा।आज बच्चों के साथ अच्छा समय बितायेंगे। उलझनों के बावजूद सभी काम आपके अनुसार ही पूर्ण होंगे।
06 October Ka Panchang: पंचांग का ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्व है। पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण, योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए आज का पंचांग… आज का पंचांग दिनांक – 06 अक्टूबर 2023 दिन – शुक्रवार तिथि
Pitru Paksh 2023: पितृ पक्ष का आरंभ 29 सितंबर 2023 से हो चूका है. श्राद्ध-कर्म में तर्पण को सबसे अहम अंग माना गया है। इसके बाद श्रद्धानुसार भोजन बनाकर कराना दूसरा अहम अंग है. वहीं, तीसरा अंग है त्याग, और श्राद्ध का भोजन बहुत ही साधारण तथा शुद्ध होना चाहिए.
05 अक्टूबर 2023 का राशिफल: गुरुवार यानी 05 अक्टूबर का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए…इन राशि के लोग आज वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी बरतें। मेष – धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। वृष – दूसरों के
05 October Ka Panchang: पंचांग का ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्व है। पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण, योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए आज का पंचांग… आज का पंचांग दिनांक – 05 अक्टूबर 2023 दिन – गुरुवार तिथि
Pitru Paksh: भारत देश को कई संस्कृति, परंपरा और मान्यताओं का अद्भुत संगम कहा जाता है। इस देश में सबसे ज्यादा हिंदू धर्म के लोग रहते हैं और इसलिए उनके त्योहारों में सभी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। मान्यता के अनुसार पितृ पक्ष में पितरों का श्राद्ध करने का पुण्य मिलता
04 अक्टूबर 2023 का राशिफल: बुधवार यानी 04 अक्टूबर का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए…इन राशि के लोग आज थकान और निगेटिविटी का शिकार हो सकते हैं। मेष – आर्थिक योजनाओं के लिये बेहतरीन समय रहने वाला है। खानपान की अनियमितता के कारण पेट में समस्या हो सकती है।
नई दिल्ली: हिन्दू धर्म में जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके मृत शरीर को जलाकर उसका दाह संस्कार (Cremation) किया जाता है. दाह संस्कार (Cremation) के चार दिन बाद मृत शरीर की राख को इकठ्ठा करके पवित्र जल में प्रवाहित किया जाता है. ऐसी परम्परा सिर्फ हिन्दू