ट्राई के अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन ने बताया कि हाल ही में हुई आतंकी घटना ने भले ही चिंता पैदा की हो, लेकिन वे इस क्षेत्र के आकर्षण और गौरव को कम नहीं कर सकती।
भोपाल। अभी भले ही भारत पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हो गया हो लेकिन इसका असर जम्मू कश्मीर के पर्यटन पर दिखाई दे रहा है और बताया जा रहा है कि उक्त इलाके में पर्यटकों की संख्या बहुत कम हो गई है। इधर मध्यप्रदेश ने वहां के टूरिज्म को मदद देने के लिए चलो जम्मू कश्मीर की यात्रा करे अभियान को शुरू किया है। यह अभियान ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन आफ इंडिया (टाई) के मध्य प्रदेश चैप्टर ने शुरू किया है।
ट्राई के अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन ने बताया कि हाल ही में हुई आतंकी घटना ने भले ही चिंता पैदा की हो, लेकिन वे इस क्षेत्र के आकर्षण और गौरव को कम नहीं कर सकती। मध्य प्रदेश से हजारों पर्यटक वहां जाते है, हमारी कोशिश है कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को फिर से बढ़ावा मिले। परामर्श लेने आ रहे पर्यटकों को भी वहां की यात्रा के लिए बोल रहे है। जुलाई माह में अमरनाथ यात्रा शुरू होगी। तब भी काफी लोग जम्मू-कश्मीर की यात्रा के लिए जाते है। वहां के ज्यादातर लोगों को परिवार पर्यटन के कारण चलता है। टाई की बैठक में की प्रबंध समिति ने सर्वसम्मति से जम्मू और कश्मीर की यात्रा को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने फैसला लिया है। वहां के टूर आपरेटर और होटल सेक्टर भी हमारे संपर्क में है। गौरतलब है कि आतंकी हमले और भारत-पाक के बीच बढ़े तनाव का असर जम्मू-कश्मीर टूरिज्म पर पड़ा है। पर्यटक कश्मीर की वादियों के बजाए देश के दूसरे हिस्से में जाना पसंद कर रहे है, लेकिन बेपटरी हुए जम्मू-कश्मीर टूरिज्म के लिए मध्य प्रदेश से मदद मिल रही है।