रूस (Russia) के कामचटका प्रायद्वीप में क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी 600 वर्षों में पहली बार फटा है, जिससे आसमान में छह किलोमीटर तक विशाल राख का गुबार उठा है।
कामचटका ज्वालामुखी विस्फोट प्रतिक्रिया दल (KVERT) के अनुसार, रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 2:50 बजे विस्फोट शुरू हुआ, जिससे शुरुआत में राख के गुबार उठे जो समुद्र तल से 3 से 4 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंच गए। बाद में, राख का गुबार काफी बढ़ गया और 6,000 मीटर (19,700 फीट) तक पहुंच गया, जिसके कारण क्षेत्र के लिए ऑरेंज एविएशन वार्निंग जारी की गई।
क्लुचेव्स्कॉय ज्वालामुखी यूरेशिया (Klyuchevskoy volcano Eurasia) का सबसे ऊँचा सक्रिय ज्वालामुखी है, जो एक पूर्ण शंकु के आकार का है और इसका शिखर लगभग 700 मीटर व्यास का गड्ढा है। इसकी ढलानों पर लगभग 80 सहायक विस्फोटक गड्ढे और सिंडर शंकु स्थित हैं। क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी में छह सदियों से ज्यादा समय बाद पहली बार ऐसी गतिविधि देखी गई है।
यह ज्वालामुखी उस्त-कामचत्स्की ज़िले के क्लुची गाँव से 30 किलोमीटर दूर स्थित है, जहाँ लगभग 4,500 निवासी रहते हैं। यह अप्रैल 2025 में फटना शुरू हुआ था, और 30 जुलाई को इस क्षेत्र में आए भूकंप के बाद इसकी सक्रियता बढ़ गई है।