लखनऊ। दुबली-पतली काया 81 की उम्र और फिर भी चाल में चुस्ती बरकरार है, जी हां आत्मविश्वास से लबरेज दार्शनिक, लेखिका ,सामाजिक कार्यकर्ता व लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति रूपरेखा वर्मा के जीवन संघर्षों से आज हम आपको रू-ब-रू कराने जा रहे हैं। आज भी वह जीवन के इस पड़ाव