पुणे में जीबीएस नाम की संदिग्ध बीमारी के बढ़ते मामलों ने लोगो की चिंता बढ़ा दी है। अब तक इस बीमारी से एक शख्स की मौत हो चुकी है जबकि सौ से अधिक लोग इस संक्रमण की चपेट में हैं। महाराष्ट्र के शोलापुर के रहने वाले एक शख्स की मौत इस बीमारी से हो गई है। अब तक पुणें में इससे 101 लोग बीमार हो चुके हैं।
पुणे में जीबीएस नाम की संदिग्ध बीमारी के बढ़ते मामलों ने लोगो की चिंता बढ़ा दी है। अब तक इस बीमारी से एक शख्स की मौत हो चुकी है जबकि सौ से अधिक लोग इस संक्रमण की चपेट में हैं। महाराष्ट्र के शोलापुर के रहने वाले एक शख्स की मौत इस बीमारी से हो गई है। अब तक पुणें में इससे 101 लोग बीमार हो चुके हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार 16 लोग इस बीमारी के कारण वेंटीलेटर पर हैं।
जबकि कुल आंकड़ा 100 के पार जा चुका है। जीबीएस संक्रमण में व्यक्ति के शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता उसकी ही तंत्रिका तंत्र पर अटैक कर देती है। एक्सपर्ट का कहना है कि लोगो को इससे डरने की जरुरत नहीं है क्योंकि यह कोई संक्रामक बीमारी नहीं है, लेकिन लक्षण दिखने पर इसका तुंरत इलाज कराना चाहिए। इस समस्या से बचाव के लिए एक्सपर्ट ने खान पान में कुछ चीजों से परहेज करने की सलाह दी है। चलिए जानते हैं ऐसी कौन सी चीजें है जिनसे दूरी बना कर रखना चाहिए।
एम्स दिल्ली में एमडी मेडिसिन डीएम न्यूरोलॉजी डॉ प्रियंका सहरावत ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के जरिए जीबीएस से बचाव के कुछ खाने की चीजों से परहेज करने की सलाह दी है। एक्सपर्ट का कहना है कि बाहर के खाने को पूरी तरह से अवॉइड करें और पनीर,चीज और चावल खाने से बचें। क्योंकि इनमें बैक्टीरिया अधिक तेजी से पनपते हैं।
इसलिए एक्पर्ट ने सलाह दी है कि इनमें संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए चावल, पनीर और चीज जैसी खाने की चीजों को खाने से पहले अच्छी तरह से धोया जाना चाहिए और ठीक से पकाया जाना चाहिए। इसके अलावा डॉक्टर दूषित खाने और पानी से बचने की भी सलाह दे रही है। इस समस्या से बचाव के लिए अपनी इम्यूनिटी का ख्याल रखना बहुत जरुरी है।
खाने को ठीक से पकाएं ताकि कम से कम 165 डिग्री फारेनहाइट के तापमान पर गर्म होने पर हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं।
अपने हाथों की सफाई का ध्यान रखें। पोल्ट्री और डेयरी प्रोडक्ट को छूने से पहले और बाद में हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोकर साफ करें।
कच्चे मांस और दूसरी खाने के लिए अलग अलग कटिंग बोर्ड और बर्तनों का इस्तेमाल करें। इस तरह बैक्टीरिया को फैलने से रोका जा सकता है। बिना पाश्चरीकृत दूध और डेयरी उत्पादों से बचना चाहिए।