दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा ने इस बार प्रक्रिया में बदलाव किया है। सप्लीमेंट्री खत्म कर मंडल दो परीक्षा का आयोजन करेगा। पहली परीक्षा में फेल होने पर दूसरा मौका रहेगा।
भोपाल। बोर्ड परीक्षा में यदि कोई विद्यार्थी फेल हो गया है तो उसे पास होने के लिए तीन मौके अवश्य ही मिलेंगे इसलिए फेल होने के बाद किसी विद्यार्थी को चिंता करने की बात नहीं है। दरअसल सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है कि फेल होने वाले विद्यार्थियों को निराश नहीं होना पड़ेगा।
दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा ने इस बार प्रक्रिया में बदलाव किया है। सप्लीमेंट्री खत्म कर मंडल दो परीक्षा का आयोजन करेगा। पहली परीक्षा में फेल होने पर दूसरा मौका रहेगा। पहली बार में स्टूडेंट अगर पास नहीं हो पाया तो उसे दूसरा मौका मिलेगा। इसमें श्रेणी में सुधार करने वाले भी शामिल हो सकेंगे। मंडल ने इसकी गाइड लाइन जारी कर दी है। मंडल की जानकारी के मुताबिक पूरक परीक्षा खत्म कर दी गई है।
मंडल फरवरी मार्च में परीक्षा कराएगा। दूसरी परीक्षा जुलाई-अगस्त में लेगा। दोनों के बीच छह माह का अंतर होगा। पहली परीक्षा में फेल होने वाले दूसरी परीक्षा में हिस्सा ले सकेंगे। दूसरी परीक्षा में वे स्टूडेंट भी शामिल हो सकेंगे जिन्हें लगता कि उनके किसी सब्जेक्ट में अंक कम आए हो। जानकारी के अनुसार, राज्य ओपन बोर्ड जून में परीक्षा करागा। इसमें वे स्टूडेंट हिस्सा ले सकते हैं जो माध्यमिक शिक्षा मंडल की पहली परीक्षा में फेल हो गए हैं। इस साल का शेड्यूल जारी हो गया है। बोर्ड दिसम्बर में दूसरी परीक्षा कराएगा। माशिमं की मुख्य परीक्षा मार्च के महीने में आयोजित की जाएगी। वहीं दूसरी परीक्षा संभवत: जुलाई- अगस्त के महीने में आयोजित की जाएगी। इसे द्वितीय अवसर परीक्षा के रूप में जाना जा सकता है, जो पारंपरिक पूरक परीक्षा की जगह लेगी।
*