सनातन जीवन संस्कृति में शारदीय नवरात्रि पूजा का एक एक क्षण महत्वपूर्ण है। नवरात्रि में विशेष शक्ति की साधना का विधान है।
Navratri Puja Mantra : सनातन जीवन संस्कृति में शारदीय नवरात्रि पूजा का एक एक क्षण महत्वपूर्ण है। नवरात्रि में विशेष शक्ति की साधना का विधान है। इस शक्ति को समझना जरूरी है। पौराणिक मानयता है कि मंत्र जाप से माता शीघ्र ही प्रसन्न हो जाती हैं और अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाती हैं। आइये जानते है मां दुर्गा को प्रसन्न करने लिए किन मंत्रों का जप करना लाभप्रद है।
दुर्गा बीज मन्त्र (Durga Beej Mantra)
ॐ दुं दुर्गायै नमः।
दुर्गा नवार्ण मन्त्र
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।
दुर्गा गायत्री मन्त्र
ॐ गिरिजायै च विद्महे शिवप्रियायै च धीमहि। तन्नो दुर्गा प्रचोदयात्॥
दुर्गा स्तुति मन्त्र
ॐ सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तुते॥
ॐ सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्तिसमन्विते।
भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तुते
दुर्गा ध्यान मन्त्र
ॐ जटा-जूट-समायुक्तमर्धेन्दु-कृत-लक्षणाम्।
लोचनत्रय-संयुक्तां पद्मेन्दुसद्यशाननाम्॥
दुर्गा एकाक्षरी मन्त्र
दुं॥
दुर्गा अष्टाक्षर मन्त्र
ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः।