पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत-पाकिस्तान के साथ तनाव चरम पर है। इसके बीच केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) की रक्षा उत्पादन इकाई म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (MIL) ने देशभर की अपनी तोप-गोला बनाने वाली फैक्ट्रियों में कर्मचारियों की लंबी छुट्टियां रद्द कर दी हैं।
Indian Ordnance Factory : पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत-पाकिस्तान के साथ तनाव चरम पर है। इसके बीच केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) की रक्षा उत्पादन इकाई म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (MIL) ने देशभर की अपनी तोप-गोला बनाने वाली फैक्ट्रियों में कर्मचारियों की लंबी छुट्टियां रद्द कर दी हैं। अब अगले दो महीनों तक दो दिन से अधिक की छुट्टी की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, MIL ने अपने कर्मचारियों को “अलर्ट मोड” पर डाल दिया है। हालांकि MIL के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस फैसले को सीधे सुरक्षा कारणों से जोड़ने से इनकार किया है और बताया कि अप्रैल महीने के उत्पादन लक्ष्य पूरे नहीं हो पाए, जिस वजह से अब उत्पादन गति पकड़ रहा है। ऑर्डनेंस फैक्ट्री चंद्रपुर जैसे कुछ प्लांट्स ने अंतरराष्ट्रीय निर्यात आदेशों के दबाव को भी वजह बताया।
जबलपुर की ऑर्डनेंस फैक्ट्री-खमरिया के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि यह आदेश “राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए” जारी किया गया है। इसी तरह इटारसी ऑर्डनेंस फैक्ट्री के एक अधिकारी ने भी इस बात की पुष्टि की। वहीं, कोलकाता स्थित गन एंड शेल फैक्ट्री, कासिपुर के एक कर्मचारी ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए शुक्रवार को छुट्टियां रद्द करने का आदेश दिया गया है।
ओडिशा के बलांगीर में स्थित बडमाल ऑर्डनेंस फैक्ट्री में भी सभी कर्मचारियों की छुट्टियां 60 दिनों के लिए रद्द कर दी गई हैं। हालांकि महाराष्ट्र की ओएफ-भंडारा, जो RDX और HMX जैसे शक्तिशाली विस्फोटक बनाती है, वहां ऐसी कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है।
रक्षा उत्पादन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस तरह का कोई आधिकारिक सर्कुलर केंद्र से जारी नहीं किया गया है, लेकिन कुछ पीएसयू कंपनियों ने आंतरिक रूप से अपने कर्मचारियों को मौजूदा स्थिति के मद्देनजर अवकाश लेने से मना किया है।
भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ (BPMS) के अध्यक्ष मुकेश सिंह ने बताया कि हमें MIL के कर्मचारियों से सूचना मिली है कि छुट्टियां रद्द की गई हैं, लेकिन कंपनी की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। पुणे मुख्यालय वाली MIL, रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्यरत है और इसके अंतर्गत आने वाली 12 फैक्ट्रियां पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, वायुसेना के बम, टैंक आयुध और विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद का उत्पादन करती हैं। इनमें 5.56mm, 7.62mm और 9mm की गोलियों से लेकर हैंड ग्रेनेड तक शामिल हैं।
ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया और चंद्रपुर में सभी 7,000 कर्मचारियों को सूचित कर दिया गया है कि कोई भी लंबी छुट्टी स्वीकृत नहीं की जाएगी, और पहले से स्वीकृत छुट्टियां भी रद्द मानी जाएंगी। गैर-MIL फैक्ट्रियों, जैसे कि कानपुर की पांच फैक्ट्रियां और जबलपुर स्थित गन कैरेज फैक्ट्री, जहां धनुष 155 मिमी तोपें बनती हैं, वहां फिलहाल छुट्टियां रद्द नहीं की गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला सिर्फ घरेलू जरूरतों के लिए ही नहीं, बल्कि विदेशों से मिले भारी रक्षा निर्यात आदेशों की समयसीमा को पूरा करने की दृष्टि से भी अहम है।