कढ़ी पत्ता जिसे कहीं कहीं मीठी नीम भी कहा जाता है । कढ़ी पत्ती हमारे रसोई की शान है। जिसका यूज खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है । जी हां, कढ़ी पत्ते
कढ़ी पत्ता जिसे कहीं कहीं मीठी नीम भी कहा जाता है । कढ़ी पत्ती हमारे रसोई की शान है। जिसका यूज खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है । जी हां, कढ़ी पत्ते
क्या आप भी सुबह से लेकर शाम तक थकान महसूस करते हैं ? जी हाँ तो आज हम आपको कुछ ऐसे ड्रिंक ड्रिंक बताएँगे जिसे पीने के बाद आपका एनर्जि बूस्ट हो जाएगा। ये नेचुरल ड्रिंक आपके हैल्थ को हमेशा अच्छा रखेगा । आइए जानते हैं … संतरे का जूस
आज कल मोस्टली लोग अनिद्रा से जूझ रहे हैं ज्यादातर लोग डाक्टर से इसके बारे में न तो बात करते ना और न ही डॉक्टर पूछते हैं । जबकि अनिद्रा कोई छोटी समस्या नहीं है, यह आपके सोच से अधिक गंभीर हो सकती है। नींद के डाक्टर से क्यों मिलना
क्या आप भी जानते हैं कि रेबीज का खतरा सिर्फ कुत्तों के काटने से ही होता है? अगर हां तो ये बिलकुल गलत है। रेबीज एक घातक वायरल बीमारी है जो दिमाग और नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है। अक्सर लोगों को लगता है की ये केवल कुत्तों के काटने
बदलते मौसम के कारण लोगों को खांसी , बुखार , जुकाम घेर रहा है। इस सीजन में वायरल, डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारी फैलने का काफी हद तक चांस रहता है। इन सब के बीच एक नयी बीमारी फैली हुई है जो सीधा मुंह पर अटैक करती है। हल्का
स्लीप एंग्जाइटी एक ऐसी समस्या है, जिसमें सोने जाने या उसके बारे में सोचने पर डर लगता है। ये बीमारी कुछ लोगों में देखने को मिलता है। इसमें सोने से जुड़ी समस्या और मेंटल हेल्थ का काफी गहरा नाता है। अगर किसी को एंग्जाइटी की परेशानी है तो उनमें स्लीप
क्या आप भी ऑफिस टाइम नवरात्रि का व्रत रख रहे हैं? अगर हाँ ! तो आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताएँगे की कैसे आप वर्किंग के साथ व्रत रख सकते हैं। नौ दिनों के व्रत के दौरान अक्सर लोग फलाहार करते हैं। वहीं, कुछ लोग सिर्फ एक समय
आज से नवरात्रि शुरू हो हो गया है। ऐसे में माँ दुर्गा के भक्त नौ दिन व्रत रखेंगे। वहीं लोग लोग डायबिटीज से जूझ रहे हैं, उनके मन में अक्सर यह सवाल आता है कि क्या वे व्रत रख सकते हैं और अगर हां, तो कैसे?डायबिटीज में ब्लड शुगर का
अगर आपको भी लगता है कि अल्जाइमर यानि भूलने कि बीमारी सिर्फ बढ़ते उम्र के कारण होता है तो बिलकुल गलत है। ये गलतफ़हमी आप दूर कर लीजिये । बता दें कि खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट प्लान की वजह से कम उम्र के लोग भी अल्जाइमर रोग का शिकार
मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चुका है। वहीं आज कल पढ़ाई से लेकर नौकरी तक में कहीं न कहीं मोबाइल का सहारा लेना पड़ता है। इसलिए जो लोग घंटों मोबाइल पर स्क्रॉलिंग करते रहते हैं। इसका असर उनके शरीर, मन और भावनाओं पर भी पड़ने लगता है।
आज भी मोसल्टी लोगों के घर में एल्युमिनियम के बर्तनों में खाना बनता है। ऐसे में ये हमारे सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है । जानकारी के लिए बता दें कि यूएस फूड रेगुलेटर यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि एल्युमिनियम के
मोस्टली जानते हैं की शुगर केवल मीठा खाने से बढ़ता है । इसलिए जब कोई व्यक्ति मीठा खाना छोड़ देता है और फिर भी उसका शुगर लेवल हाई रहता हैतो ये चिंता का कारण बन जाता है। इस स्थिति में हमे ये जानना जरूरी है कि डायबिटीज कंट्रोल न होने
आज के समय में अगर आप अपने सेहत और व्यायाम पे ध्यान देते हैं तो आपके लिए ये किसी किसी वरदान से कम नहीं साबित होगा। अगर आप आपके पास ज्यादा वर्कआउट करने का टाइम नहीं है तो मैं आपके लिए लाई हूँ एक एक्सर्साइज़ जिससे आप अपनी फिटनेस को
नई दिल्ली। तकनीक बढ़ते चलन के साथ ही लोगों की आदतों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। पहले के समय में लोग समय की बचत का ध्यान में रखते हुए दैनिक अखबार बाथरूम में नित्यक्रिया के दौरान पढ़ना पसंद करते थे, लेकिन अब तकनीक के बढ़ते प्रभाव की
आज कल मोस्टली लोग नाखून को सिर्फ खूबसूरती का हिस्सा मानते हैं। लेकिन आप जानते हैं ? नाखून सिर्फ सुंदरता का प्रतीक नहीं है बल्कि हमारे सेहत का आइना है।नाखून में हो रहे बदलाव को देखकर आप अपनी हैल्थ के बारे में पता लगा सकते हैं। आज हम अपने इस